मुंबई। क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर आज भी अपने गुरू रमाकांत आचरेकर सर को नहीं भूल पाए हैं, जिनकी छत्रछाया में उन्होंने क्रिकेट का 'कखग' सीखा। गुरुवार को आचरेकर की पहली पुण्यतिथि थी और सोशल मीडिया के जरिए उन्होंने याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।
तेंदुलकर ने अपने ट्विटर पर एक तस्वीर साझा की है, जिसमें वे अपने कोच आचरेकर सर के बगल में खड़े दिखाई दे रहे थे। इस पोस्ट पर सचिन ने एक कैप्शन लिखा है 'आप हमारे दिलों में बने रहेंगे, आचरेकर सर!'।
उल्लेखनीय है कि पिछले साल जनवरी में 87 वर्ष की आयु में आचरेकर सर का निधन हो गया था। उनकी की मृत्यु के बाद, तेंदुलकर ने कहा कि उनके बचपन के कोच ने ही 'मास्टर ब्लास्टर' के क्रिकेटिंग करियर की नींव रखी थी।
तेंदुलकर ने कहा 'स्वर्ग में क्रिकेट को आचरेकर सर की उपस्थिति से समृद्ध किया जाएगा। उनके कई छात्रों की तरह, मैंने भी सर के मार्गदर्शन में अपने क्रिकेट की एबीसीडी सीखी। मेरे जीवन के लिए दिए गए उनके इस योगदान को मैं शब्दों में बयां नहीं कर सकता। उन्होंने उस नींव का निर्माण किया, जिस पर आज मैं खड़ा हूं।'
46 वर्षीय तेंदुलकर ने 1989 में 16 साल की उम्र में भारत के लिए पदार्पण किया था। उन्होंने कुल मिलाकर 34,357 रन बनाए, जो श्रीलंका के पूर्व क्रिकेटर कुमार संगकारा की तुलना में 6,000 रन अधिक है।
अब तक के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक के रूप में तेंदुलकर के पास अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे अधिक रन बनाने का रिकॉर्ड है, जिन्होंने एकदिवसीय मैचों में 18,426 रन और टेस्ट मैचों में 15,921 रन बनाए हैं। वह अब इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में मुंबई इंडियंस फ्रेंचाइजी के मेंटोर हैं।