ब्रिस्बेन टेस्ट में वह सब हो रहा है जो भारत नहीं चाहता हो, लेकिन फिर भी टीम इंडिया किसी तरह खेल को बराबरी पर रोके हुए है। चायकाल से पहले जब खेल रुका तो भारत के दो विश्वसनीय बल्लेबाज रहाणे (2 रन)और पुजारा (8 रन) क्रीज पर थे।
चायकाल के बाद बारिश के कारण दूसरे दिन के तीसरे सत्र का खेल बाधित हुआ और इसके बाद मैच दोबारा शुरु नहीं हो सका। अब सवाल यह है कि अंतिम सत्र में हुई बारिश कल सुबह के खेल पर क्या असर डालेगी।
बारिश होने के कारण पिच पर नमी होगी जिसका कंगारू गेंदबाज ज्यादा से ज्यादा फायदा उठाना चाहेंगे। वह तो भला हो कि चायकाल के दौरान बारिश शुरु हुई तो स्टाफ ने जल्दी से पिच को ढक दिया अगर कहीं मैच के दौरान ऐसा होता तो पिच ढंकने में ज्यादा वक्त लगता जिसका नुकसान टीम इंडिया को अगले दिन भरना पड़ सकता था।
कल के खेल के शुरुआत में एक बार फिर पुजारा और रहाणे पर यह दारोमदार होगा कि पहले आधे घंटे कोई विकेट न गंवाया जाए। ऑस्ट्रेलिया यह जानती है कि पुजारा और रहाणे के बाद कोई भी विश्वसनीय बल्लेबाज भारत के पास बचा नहीं है।
जरूरी नहीं पंत सिडनी जैसा कमाल ब्रिस्बेन में भी करें और कंगारुओं के लिए संकट और टीम इंडिया का संकटमोचन हनुमा विहारी इस टेस्ट में है नहीं। 2-3 विकेट के बाद तो भारत के पुछल्ले बल्लेबाज क्रीज पर आने शुरु कर देंगे।
अगर मौसम कल साफ रहता है तो यह भारत के लिए राहत की बात होगी क्योंकि धूप से पिच के अंदर की नमी सूखेगी और क्रेक्स चौड़े होते चले जाएंगे। लेकिन अगर कल भी बादल छाए रहे तो फिर टीम इंडिया के लिए रविवार बहुत मुश्किल साबित हो सकता है।
यह बात भी कप्तान रहाणे के जेहन में रहेगी कि जैसे जैसे टेस्ट मैच आगे बढ़ेगा वैसे वैसे गाबा में बल्लेबाजी करना मुश्किल होगा इसलिए रन रेट पर भी नजर बनाना जरूरी होगा क्योंकि सिडनी की तरह ब्रिस्बेन में भी भारत को ही चौथी बल्लेबाजी करनी है। समय रहते भारत को ऑस्ट्रेलिया के स्कोर के नजदीक पहुंचना होगा। (वेबदुनिया डेस्क)