कैप्टन कूल के नाम से मशहूर महेंद्रसिंह धोनी शनिवार की शाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। धोनी का क्रिकेट करियर कभी विवादों में नहीं रहा। मैच में हर परिस्थिति में वे बेहद शांत नजर आते। जानिए महेन्द्र सिंह धोनी के क्रिकेट मैदान पर खास गुण-
1. विवादों से दूर रहना : इतने लंबे अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट करियर में धोनी कभी भी विवादों में नहीं रहे। कैसी भी परिस्थिति हो, उनके चेहरे पर शालीन मुस्कान ही नजर आती थी। धोनी की खासियत यही रही कि उन्होंने कभी भी विवादास्पद बयान नहीं दिया।
2. साथियों के साथ दोस्ताना व्यवहार : धोनी की कप्तानी में ड्रेसिंग रूम का माहौल हमेशा खुशनुमा बना रहा। सचिन तेंडुलकर ने उनकी कप्तानी में खेले एक टेस्ट मैच के बाद कहा था कि ड्रेसिंग रूम का माहौल इससे बेहतर कभी नहीं रहा। कभी भी ड्रेसिंग रूम की बातें या रणनीति बाहर छनकर नहीं आईं। उनका साथी खिलाड़ियों से व्यवहार दोस्ताना रहा।
3. रणनीति में मदद : 4 जनवरी 2017 को वनडे क्रिकेट की और टी-20 की कप्तानी से छोड़ने के बाद भी मैदान पर विराट कोहली को फील्ड सजाने में वे मदद करते रहे। एक तरह से वे मैदान पर अघोषित कप्तान की भूमिका में दिखाई देते।
4. कभी उत्तेजित नहीं होते : धोनी भारत के सबसे 'कूल' कप्तान माने जाते थे। वे मैदान पर कभी उत्तेजित नहीं होते। यदि किसी गेंदबाज की पिटाई भी हो रही हो तो वे उसे कभी हतोत्साहित नहीं करते बल्कि विकेट के पीछे से उसका उत्साह बढ़ाते रहते। यहां तक कि वे गेंदबाज को टिप्स भी देते हैं।