रविंद्र जड़ेजा सफेद गेंद से तो भारत के प्रमुख अस्त्र है ही लेकिन पिछले 4 सालों में वह विश्व के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडर बनकर उभरे हैं। विदेशी दौरों पर जडेजा टीम इंडिया के स्थायी टेस्ट खिलाड़ी नहीं है। लेकिन जब जब उनको मौका मिला है उन्होंने गेंदबाजी और बल्लेबाजी में टीम इंडिया को मजबूती दी है।
दूसरे टेस्ट में भी टीम इंडिया ने एक साहसिक कदम उठाते हुए दूसरे टेस्ट में विराट कोहली की जगह ऑलराउंडर रविंद्र जडेज़ा को दी थी। इसकी आलोचना भी हुई कि विराट की जगह केएल राहुल को क्यों नहीं खिलाया गया।लेकिन अब तक उन्होंने अपने चयन को सही ठहराया है।
दूसरे टेस्ट की पहली पारी में उन्होंने अपने बल्ले से महत्वपूर्ण अर्धशतक जड़ा। गौरतलब है कि यह एकदिवसीय शैली में नहीं बल्कि एक परंपरागत टेस्ट बल्लेबाज की शैली में आया । जड़ेजा ने 159 गेंद में सिर्फ 3 चौकों की मदद से 57 रन बनाए।
दूसरी पारी में भी वह दो महत्वपूर्ण विकेट ले चुके हैं। ऑस्ट्रलियाई सलामी बल्लेबाज मैथ्यू वेड को उन्होंने पगबाधा आउट किया और टिम पेन को उन्होंने सस्ते में पंत के हाथों कैच करा दिया।
साल 2016 से उनको जब जब मौका मिला है उन्होंने गेंद और बल्ले से जौहर दिखाया है। बल्लेबाजी औसत में तो वह इंग्लैंड के बेन स्टोक्स से भी आगे हैं। तीसरे नंबर पर है बांग्लादेश के शाकिब अल असन। चौथे नंबर पर है वेस्टइंडीज के कप्तान जैसन होल्डर और पांचवे पर है दक्षिण अफ्रीका के वर्नेल फिलेंडर।
ऑलाराउंडर |
बल्लेबाजी औसत |
गेंदबाजी औसत |
|
अंतर |
रविंद्र जड़ेजा |
46.29 |
24.97 |
21.32 |
बेन स्टोक्स |
42.34 |
27.59 |
14.75 |
शाकिब अल असन |
38.48 |
26.03 |
12.45 |
जैसन होल्डर |
33.40 |
26.66 |
7.74 |
वर्नेल फिलेंडर |
23.42 |
22.62 |
0.80 |
यह कितनी अजीब बात है जिस ऑलराउंडर का बल्लेबाजी औसत बेन स्टोक्स और शाकिब अल हसन से ज्यादा है वह टीम इंडिया में विदेशी दौरों पर अपने चयन का इंतजार करता है जबकि यह दो खिलाड़ी अपने टीम के अभिन्न अंग है। (वेबदुनिया डेस्क)
अगला लेख