मेलबर्न। पूर्व ऑस्ट्रेलियाई एलेन बॉर्डर ने कहा कि इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) महज पैसा कमाने का धंधा है और इस साल होने वाले टी20 विश्व कप पर इसे तरजीह देने की अनुमति नहीं दी जा सकती। ऐसी अटकलें लगाई जा रही हैं कि अगर ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप स्थगित हो जाता है तो कोविड-19 महामारी के चलते अनिश्चितकाल के लिये स्थगित हुए आईपीएल का 13वां चरण अक्टूबर-नवंबर में आयोजित किया जा सकता है।
बॉर्डर ने एबीसी के ‘ग्रैंडस्टैंड कैफे रेडियो’ कार्यक्रम में कहा, ‘मैं इससे खुश नहीं हूं। विश्व संस्था के टूर्नामेंट को स्थानीय प्रतियोगिता पर तवज्जो दी जानी चाहिए। इसलिए अगर टी20 विश्व कप नहीं हो सकता तो मुझे नहीं लगता कि आईपीएल आयोजित हो सकता है। मैं इस फैसले पर सवाल उठाऊंगा- यह सिर्फ पैसा कमाने का धंधा है, क्या ऐसा नहीं है?’
उन्होंने कहा, ‘टी20 विश्व कप को निश्चित रूप से तरजीह दी जानी चाहिए। घरेलू बोर्ड (क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया) को अपने खिलाड़ियों को आईपीएल में खेलने जाने से रोकना चाहिए।’ ऑस्ट्रेलिया के पैट कमिंस आईपीएल में सबसे ज्यादा कमाई 15.50 करोड़ रुपए करने वाले गैर भारतीय खिलाड़ी हैं। ग्लेन मैक्सवेल और डेविड वॉर्नर के भी अपनी फ्रेंचाइजी से लुभावने अनुबंध हैं।
बॉर्डर जानते हैं कि विश्व क्रिकेट में भारत का काफी दबदबा है क्योंकि वह आईसीसी (अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद) के राजस्व में सबसे ज्यादा योगदान करता है लेकिन उन्होंने कहा कि अगर आईपीएल को टी20 विश्व कप पर तवज्जो दी जाती है तो यह ‘गलत रास्ते पर जा रहा है।’
उन्होंने कहा, ‘इससे सारे दरवाजे बंद हो जाएंगे, आप जानते हैं, भारत खेल को चला रहा है। वे अब इसके काफी करीब हैं, लेकिन अगर आप वैश्विक (क्रिकेट) आय के 80 प्रतिशत हिस्से के जिम्मेदार हैं तो जो भी होता है, उसमें आपकी बात सुनी जाएगी, मुझे यह पता है।’
उन्होंने कहा, ‘लेकिन मुझे लगता है कि विश्व खेल ऐसा होने की अनुमति नहीं दे सकता। मुझे नहीं लगता कि अंतरराष्ट्रीय खेल के मामले में भारत को आगे रख सकते हो। यह गलत रास्ते पर जाना होगा।’ (भाषा)