भारतीय टीम मैच भले ही हार गई, लेकिन दो खिलाड़ियों केएल राहुल और ऋषभ पंत ने अपने प्रदर्शन से सभी का दिल जीत लिया। उन्होंने बेहतरीन पारी खेल कई रिकार्ड्स तोड़ डाले। लेकिन सबसे बड़ा सवाल है कि आखिर ऋषभ पंत को पहले क्यों नहीं खिलाया गया।
भारतीय टीम की जीत की उम्मीद जगाने वाले सलामी बल्लेबाज केएल राहुल और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए शतक तो जमाए लेकिन आखिर में इंग्लैंड ने मंगलवार (11 सितंबर) को पांचवां और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच 118 रन से जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला 4-1 से जीत ली।
इस मैच में कई रिकार्ड्स बने। नवोदित बल्लेबाज ऋषभ पंत ने 114 रन बनाए। जो किसी भी भारतीय विकेटकीपर द्वारा इंग्लैंड में एक पारी में बनाए गए सबसे अधिक रन हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले 2007 में ओवल में महेंद्र सिंह धोनी ने 92 रन बनाए थे।
केएल राहुल और ऋषभ पंत द्वारा छठे विकेट के लिए 204 रनों की साझेदारी टेस्ट मैच की चौथी पारी में भारत के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी है। केएल राहुल और ऋषभ पंत द्वारा 204 रनों की साझेदारी टेस्ट मैच के चौथी पारी में भारत के लिए सबसे अधिक दूसरी साझेदारी है।
केएल राहुल द्वारा बनाया गए 149 रन किसी भारतीय ओपनर बल्लेबाज द्वारा एक टेस्ट मैच के चौथी पारी में दूसरे सबसे अधिक रन है। यह तीसरा मौका है जब किसी एक टेस्ट सीरीज में चार भारतीय क्रिकेटरों द्वारा शतक लगाया गया है।
विजय मांजेकर, अजय रात्रा और ऋद्धिमान साहा के बाद ऋषभ पंत चौथे ऐसे विकेटकीपर बल्लेबाज बनें, जिन्होंने एशिया के बाहर टेस्ट में शतक लगाया। यह चौथी बार है जब टेस्ट मैच की चौथी पारी में दो भारतीय बल्लेबाजों ने शतक लगाया।
कपिल देव, इरफान पठान और हरभजन सिंह के बाद ऋषभ पंत चौथे ऐसे भारतीय बल्लेबाज बनें, जिन्होंने अपना पहला टेस्ट शतक छक्का लगाकर शतक पूरा किया। इसके अलावा ऋषभ पंत सातवें ऐसे विकेटकीपर बन गए हैं, जिसने टेस्ट मैच की चौथी पारी में शतक बनाया।