काबुल:अफगानिस्तान क्रिकेट टीम अपने अगले दो वर्षों के फ्यूचर टूर प्रोग्राम (एफटीपी) शेड्यूल के अनुसार मार्च 2022 में भारत के खिलाफ भारत में तीन मैचों की वनडे सीरीज खेलेगी। वनडे क्रिकेट में यह पहली बार होगा जब भारत अफगानिस्तान की मेजबानी करेगा। इससे पहले अफगानिस्तान ने अपना पहला टेस्ट भारत की ही जमीन पर खेला था।
अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने मंगलवार को इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि राष्ट्रीय टीम अब से दो साल की अवधि के दौरान घर और घर से बाहर 11 वनडे, चार टी-20 आई और दो टेस्ट श्रृंखलाएं खेलेगी। कुल मिलाकर अफगानिस्तान 52 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलेगा, जिसमें 37 वनडे, 12 टी-20 आई और तीन टेस्ट मैच शामिल हैं।
अगले दो वर्षों में अफगानिस्तान 2022 में एशिया कप और फिर इसी वर्ष आईसीसी टी-20 विश्व कप, इसके बाद एशिया कप और 2023 में आईसीसी वनडे विश्व कप खेलेगा। इसी तरह अफगानिस्तान अगले वर्ष की शुरुआत नीदरलैंड के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज से करेगा, जबकि वह जिम्बाब्वे के खिलाफ तीनों प्रारूपों (वनडे, टी-20, टेस्ट) की सीरीज के साथ साल का अंत करेगा।
एसीबी ने एक विज्ञप्ति में कहा, “ अगर हम सीमित ओवरों के क्रिकेट और टेस्ट प्रारूप की तुलना करते हैं तो यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि अफगानिस्तान का ध्यान खेल के छोटे प्रारूपों पर होगा। इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि अफगानिस्तान आईसीसी क्रिकेट विश्व कप सुपर लीग में सात वनडे सीरीज खेलेगा, साथ ही एशिया कप 2022 (टी 20 प्रारूप), आईसीसी टी-20 विश्व कप 2022, एशिया कप 2023 (वनडे प्रारूप) और आईसीसी क्रिकेट विश्व कप 2023 जैसे चार प्रमुख सीमित ओवरों के टूर्नामेंटों में भाग लेगा, छोटे प्रारूपों पर हमारा ज्यादा फोकस रहेगा।”
अफगानिस्तान क्रिकेट को बढ़ाने में बीसीसीआई की अहम भूमिका
अफगानिस्तान क्रिकेट को बढ़ावा देने में बीसीसीाई की अहम भूमिका रही है। अफगानिस्तान ने दो वनडे सीरीज लगभग एक मेजबान की तरह भारत में खेली है। लखनऊ के एकाना स्टेडियम में अफगानिस्तान और वेस्टइंडीज के बीच में वनडे सीरीज आयोजित हुई थी। वहीं आयरलैंड और अफगानिस्तान के बीच सीरीज नोएडा में खेली गई थी। यह दोनों ही सीरीज अफगानिस्तान जीतने में कामयाब हुई थी।
महिला क्रिकेट पर अब तक है प्रतिबंधकुछ महीने पहले तालिबान के सांस्कृतिक आयोग के उप प्रमुख अहमदुल्लाह वासिक के हवाले से नेटवर्क ने कहा था कि क्रिकेट में ऐसे हालात होते हैं कि मुंह और शरीर ढका नहीं जा सकता। इस्लाम महिलाओं को ऐसे दिखने की इजाजत नहीं देता।
तालिबान के अनुसार, यह मीडिया का युग है जिसमें फोटो और वीडियो देखे जायेंगे। इस्लाम और इस्लामी अमीरात महिलाओं को क्रिकेट या ऐसे खेल खेलने की अनुमति नहीं देता जिसमें शरीर दिखता हो। तालिबान पुरूष क्रिकेट जारी रखेगा।
महिला क्रिकेट की वापसी का भी रास्ता खोज रहा है अफगानिस्तान
हाल ही में अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (एसीबी) ने मिरवाइज अशरफ को अपना कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।अशरफ ने कार्यभार संभालने के तुरंत बाद जोर देते हुए कहा कि बोर्ड की प्राथमिकता अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और अन्य राष्ट्रीय बोर्डों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने की होगी। इसके अलावा उन्होंने घोषणा की कि एसीबी यह सुनिश्चित करेगा कि अफगानिस्तान में महिलाओं को सामान्य रूप से क्रिकेट खेलने को मिले।