केपटाउन। भारत के लिए रविवार का दिन बहुत खास रहा। भारतीय महिला और पुरुष टीम ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज जीतकर इतिहास रच दिया। केपटाउन में तीसरे टी- 20 में भारतीय पुरुष टीम ने रोमांचक मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को सात रन से हराकर सीरीज 2-1 से जीत ली।
दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत को पहले बल्लेबाजी के लिए बुलाया। भारतीय टीम 20 ओवर में सात विकेट पर 172 रन ही बना पाई। शिखर धवन ने सर्वाधिक 47 और सुरेश रैना ने 43 रन बनाए। भारतीय गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए उसे निर्धारित 20 ओवर में 6 विकेट पर 165 रन तक ही सीमित कर दिया।
कप्तान जेपी डुमिनी (55) टॉप स्कोरर रहे। आखिरी क्षणों में क्रिस्टियन जोंकर ने भी 49 रन बनाते हुए टीम को जीत दिलाने का भरसक प्रयास किया, लेकिन आखिरकार उन्हें निराशा हाथ लगी। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार जीत के हीरो साबित हुए। भुवनेश्वर कुमार ने आखिरी ओवर में दक्षिण अफ्रीका को 19 रन नहीं बनाने दिए। मैच में उन्होंने 24 रन देकर दो विकेट लिए।
टेस्ट श्रृंखला गंवाने के बाद वन-डे श्रृंखला जीतने वाली भारतीय टीम ने इस जीत के साथ ही आठ सप्ताह के दौरे का शानदार अंत किया। दक्षिण अफ्रीकी टीम में पदार्पण करने वाले क्रिस्टियान जोंकर ने 24 गेंद में पांच चौकों और दो छक्कों के साथ 49 रन बनाकर भारत के लिए खतरे की घंटी बजा दी थी, लेकिन आखिर में भुवनेश्वर कुमार एंड कंपनी ने संयम के साथ गेंदबाजी करते हुए भारत की जीत सुनिश्चित की।
जोंकर के अलावा कप्तान जेपी डुमिनी ने 41 गेंद में 55 रन बनाए जिसमें दो चौके और तीन छक्के शामिल थे। इन दोनों के अलावा कोई मेजबान बल्लेबाज टिककर नहीं खेल सका। भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने चार ओवर में 24 रन देकर दो विकेट लिए जबकि हार्दिक पंड्या ने चार ओवर में 22 रन देकर एक विकेट चटकाया।
भारतीय पारी में सलामी बल्लेबाज शिखर धवन ने 40 गेंद में 47 रन बनाए, लेकिन न्यूलैंड्स की धीमी पिच पर भारतीय बल्लेबाज तेजी से रन नहीं बना सके। धवन और रैना ने दूसरे विकेट के लिए 65 रन जोड़े लेकिन भारतीय बल्लेबाज रनगति को रफ्तार नहीं दे सके। भारत को मैच शुरू होने से पहले ही करारा झटका लगा जब शानदार फार्म में चल रहे कप्तान विराट कोहली कमर में जकड़न के कारण आखिरी मैच नहीं खेल सके।
उनकी जगह रोहित शर्मा ने कप्तानी की। श्रृंखला में लगातार तीसरी बार टॉस हारने के बाद भारत को बल्लेबाजी का न्योता मिला। रोहित ने पहले ही ओवर में क्रिस मौरिस को दो चौके जड़े। जूनियर डाला ने उन्हें तीन मैचों में तीसरी बार आउट किया और उनके पहले ओवर की तीसरी गेंद पर वे पगबाधा आउट हो गए। रैना ने आते ही तेजी से रन बनाए। पहले छह ओवर में भारत का स्कोर एक विकेट पर 57 रन था।
दक्षिण अफ्रीका ने इस समय गेंदबाजी में बदलाव किया। जेपी डुमिनी ने पहला स्पैल काफी किफायती फेंका जिससे भारत का रनरेट गिरा। इसके बाद रैना भी तबरेज शम्सी की गेंद पर लांगआन में कैच देकर चले गए। दूसरे छोर पर धवन सहज नहीं दिख रहे थे और दो जीवनदान का भी फायदा नहीं उठा सके। शम्सी ने दो बार उनका कैच छोड़ा। पहले मौरिस की गेंद पर शार्ट थर्डमैन में जब उनका स्कोर नौ रन था और फिर 13वें ओवर में आरोन फागिंसो की गेंद पर जब वह 34 रन बनाकर खेल रहे थे।
भारत के 100 रन 12वें ओवर में बने। धवन और मनीष पांडे (13) ने तीसरे विकेट के लिए 32 रन जोड़े। पांडे को डाला ने डीप में लपकवाया। इसके 12 गेंद बाद धवन भी रन आउट हो गए। हार्दिक पंड्या 17 गेंद में 21 रन बनाकर आउट हुए जबकि एम एस धोनी ने 11 गेंद में 12 रन बनाए। धोनी, पंड्या और दिनेश कार्तिक (13) आठ गेंद के भीतर पवेलियन लौट गए। (भाषा)