अंडर 19 भारतीय टीम के कप्तान Priyam Garg के आदर्श हैं क्रिकेट के भगवान सचिन

Webdunia
सोमवार, 2 दिसंबर 2019 (21:16 IST)
लखनऊ। विश्व कप के लिए भारत अंडर-19 टीम के कप्तान चुने गए उत्तर प्रदेश के मेरठ के युवा बल्लेबाज प्रियम गर्ग के क्रिकेट के प्रति समर्पण और नेतृत्व क्षमता के सभी कायल हैं। 
 
क्रिकेट की दुनिया के भगवान सचिन तेंदुलकर को अपना आदर्श मानने वाले प्रियम ने हाल ही में अफगानिस्तान-अंडर 19 के खिलाफ भारतीय टीम का नेतृत्व करते न सिर्फ बेहतरीन बल्लेबाजी का मुजाहिरा किया बल्कि श्रृखंला पर कब्जा कर चयनकर्ताओं को कप्तान के तौर पर प्रभावित किया।

भारत ने 5 मैचों की श्रृखंला 3-2 से अपने नाम की थी। 2 दिन पहले अपनी 19वीं सालगिरह मनाने वाला युवा क्रिकेटर इससे पहले भी कई मौकों पर अपनी बल्लेबाजी और नेतृत्व क्षमता से चयनकर्ताओं को प्रभावित कर चुका है। 
 
मेरठ के छोटे से कस्बे परीक्षितगढ़ के निवासी खिलाड़ी ने करियर के शुरुआती दिनों में शहर की भामाशाह क्रिकेट अकादमी में जमकर पसीना बहाया है और बेहद कम समय में क्रिकेट की बुलंदियों को छुआ। प्रियम को इस मुकाम तक पहुंचने में आर्थिक संकट के साथ-साथ खेल के सामान तक के लिए जूझना पड़ा लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। 
जाने माने पिच क्यूरेटर शिव कुमार ने कहा, कहावत है कि पूत के पांव पालने में ही दिख जाते है। प्रियम ने इसे चरितार्थ करके दिखाया है। मैने कई खिलाड़ियों को मैदान पर कड़ा अभ्यास करते देखा है लेकिन जो जज्बा इस युवा खिलाड़ी में है, वह कम ही खिलाड़ियों में दिखाई पड़ता है। लीडिंग प्लेयर बनने के सभी गुर इसमे है। मैदान पर लीडरशिप क्वालिटी, बाडी लैंग्वेज और कड़ा अभ्यास प्रियम को अन्य खिलाडियो से जुदा बनाती है। 
 
उन्होंने कहा कि सुरेश रैना, आरपी सिंह, मोहम्मद कैफ और कुलदीप यादव की तरह प्रियम भी मैदान पर ज्यादा समय बिताता है और उसे तकरीबन हर मैच के बाद देर शाम तक नेट पर पसीना बहाते देखा जा सकता है। ऐसे ही गुर यूपी अंडर 16 टीम के नौनिहाल खिलाडी आराध्य में भी देखने को मिलते हैं। 
 
शिव कुमार ने कहा कि मेरठ में एक छोटे से कस्बे के इस खिलाडी के आदर्श महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर है जिन्हें उसने 7 साल की आयु में टीवी पर पहली बार बल्लेबाजी करते देखा था। यह सब उसने खुद बयां किया है। गली क्रिकेट खेल कर मैदान तक पहुंचे प्रियम का कहना था कि वह भी सचिन तेंदुलकर की तरह बड़ा खिलाड़ी बन कर दुनिया को दिखाएंगे। क्रिकेट के प्रति जुनून इस युवा खिलाडी पर इस कदर हावी था कि वह कस्बे से 22 किमी दूर स्टेडियम पर अभ्यास के लिए जाते थे। 
 
मध्यक्रम के बल्लेबाज ने 2016 में श्रीलंका में हुए अंडर-19 एशिया कप में 130 रनो का योगदान दिया था जबकि प्रथम श्रेणी क्रिकेट में वह अब तक 12 मैचों में 66-69 के औसत से 867 रन बना चुके हैं। इस दौरान उनके दो शतकों में एक दोहरा शतक भी शामिल है।
Photo courtesy: twitter

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

ज़रूर पढ़ें

INDvsNZ सीरीज के बाद इन 4 में से 2 सीनियर खिलाड़ियों हमेशा के लिए होंगे ड्रॉप

पहले 68 साल में सिर्फ 2 टेस्ट तो भारत में इस सीरीज के 10 दिनों में 3 टेस्ट मैच जीती न्यूजीलैंड

IPL को रणजी के ऊपर तरजीह देने के कारण ROKO हुए बर्बाद, सचिन गांगुली नहीं करते ऐसी गलती

श्रीलंका और भारत में टीम के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद गंभीर पर उठ रहे सवाल

टेस्ट इतिहास का सबसे अनचाहा रिकॉर्ड बनने पर रोहित शर्मा बोले यह सबसे खराब दौर

सभी देखें

नवीनतम

ICC ने PCB को बताया, भारत चाहता है चैंपियन्स ट्रॉफी के मैच हों दुबई में

दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सुस्त भारतीय पारी बना पाई सिर्फ 124 रन, खोए 6 विकेट

नए युग के लिए उत्साहित है जोस बटलर, युवा इंग्लैंड टीम की करेंगे कप्तानी

दक्षिण अफ्रीका ने टॉस जीतकर भारत के खिलाफ पहले गेंदबाजी का किया फैसला

पृथ्वी शॉ के डूबते प्रथम श्रेणी करियर को मिला तिनके का सहारा

अगला लेख
More