पंजाब को बेस प्राइस में मिला टी-20 अंतरराष्ट्रीय का नंबर 1 खिलाड़ी डेविड मलान, दिल्ली ने भी स्मिथ को खरीदा 2.20 करोड़ में

Webdunia
गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021 (19:08 IST)
आईसीसी टी20 अंतरराष्ट्रीय रैंकिग में करीब 6 महीने से नंबर 1 पर काबिज डेविड मलान को लग रहा था उनके लिए आईपीएल नीलामी के दौरान फ्रैंचाइजी बिडिंग वॉर छेड़ देंगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उन्हें अपने बेस प्राइस पर ही पंजाब ने खरीद लिया। वहीं स्टीव स्मिथ जैसा बड़ा नाम भी बहुत सस्ते में दिल्ली के हाथों बिका।  
 
नीलामी में आश्चर्यजनक रूप से विश्व के नंबर एक टी-20 बल्लेबाज इंग्लैंड के डेविड मलान और ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज स्टीवन स्मिथ को ज्यादा कीमत नहीं मिली। स्मिथ का आधार मूल्य दो करोड़ रुपए था, जबकि दिल्ली कैपिटल्स ने उन्हें 2.2 करोड़ में खरीदा। मलान को पंजाब किंग्स ने उनके 1.5 करोड़ रुपए के आधार मूल्य पर ही खरीद लिया।
 
राजस्थान ने बंगलादेश के मुस्ताफिजुर रहमान को एक करोड़ और चेतन सकारिया को 1.20 करोड़ रुपए में खरीदा। मुंबई इंडियंस ने भारतीय लेग स्पिनर पीयूष चावला को 2.40 करोड़, नाथन कोल्टर नाइल को पांच करोड़ और एडम मिल्ने को 3.20 करोड़ में खरीदा। दिल्ली टीम ने भारतीय तेज गेंदबाज उमेश यादव को एक करोड़ में खरीदा।
 
कोलकाता ने बंगलादेश के आलराउंडर शाकिब अल हसन को 3.20 करोड़ में खरीदा, हालांकि शाकिब 19 मई के बाद से आईपीएल के लिए उपलब्ध नहीं हो पाएंगे। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने नीलामी से पहले ही फ्रेंचाइजी टीमों को स्पष्ट कर दिया था कि बंगलादेश के खिलाड़ी 19 मई के बाद से आईपीएल के लिए उपलब्ध नहीं होंगे।
 
भारत के टेस्ट विशेषज्ञ बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को आखिर आईपीएल में कीमत मिल ही गई। पुजारा 2014 में पंजाब की तरफ से खेलने के बाद अब आईपीएल में लौटेंगे। चेन्नई ने उन्हें उनके 50 लाख रुपए के आधार मूल्य पर ही खरीद लिया।(वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

लेटेस्ट न्यूज़

LIVE: संविधान दिवस पर खास कार्यक्रम शुरू, पीएम मोदी ने संविधान को सिर से लगाया, राष्ट्रपति करेंगी संबोधित

चंडीगढ़ में 2 क्लबों के बाहर धमाके, बाइक सवारों ने फेंके विस्फोटक

ऐसा क्या है 80 करोड़ के इस हेलीकॉप्टर में, हरियाणा सरकार ने क्यों खरीदा यह उड़न खटोला?

लंदन में "फ्रेंड्स ऑफ मध्यप्रदेश" कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव

अडाणी मामले में भारतीय संसद में बवाल, क्या बोला अमेरिकी विदेश मंत्रालय?

अगला लेख
More