पाकिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज मोहम्मद रिजवान काउंटी टीम के अपने साथी चेतेश्वर पुजारा जैसी एकाग्रता चाहते हैं ताकि वह लंबी अवधि की क्रिकेट में अपने खेल में सुधार कर सकें। पुजारा ने काउंटी चैंपियनशिप डिवीजन दो में ससेक्स की तरफ से खेलते हुए दो शतक और इतने ही दोहरे शतक बनाकर टेस्ट टीम में वापसी के लिये मजबूत दावा पेश किया है।
पुजारा और रिजवान ने इस महीने के शुरू में डरहम के खिलाफ 154 रन की साझेदारी की थी। इन दोनों के एक ही टीम से खेलने पर सोशल मीडिया में सकारात्मक टिप्पणियां भी देखने को मिली हैं।
वर्ष 2021 में आईसीसी के वर्ष खिलाड़ी चुने गये रिजवान अटूट एकाग्रता के साथ बल्लेबाजी करने के मामले में पाकिस्तान के यूनिस खान और फवाद आलम को विशेष श्रेणी में रखते रहे हैं लेकिन अब उन्होंने पुजारा को भी इस सूची में शामिल कर लिया है।
रिजवान ने क्रिकविक से कहा, जहां तक मेरा और पुजारा का सवाल है, मुझे (भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता के संदर्भ में) कुछ भी अजीब नहीं लगा। यदि आप उनसे पूछोगे तो मुझे उम्मीद है कि उनका जवाब भी ऐसा ही होगा। मैं उनके साथ खूब बातचीत करता हूं, उन्हें परेशान भी करता हूं और टीम में हर कोई यह जानता है।
रिजवान ने पुजारा की प्रशंसा करते हुए कहा, वह बहुत अच्छा और प्यारा इंसान है। उनकी एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने की क्षमता लाजवाब है। अगर आपको उनसे कुछ सीखने का मौका मिलता है, तो आपको यह सीखना चाहिए।
उन्होंने कहा, एकाग्रता को लेकर मैंने यहां के कोच को भी बताया। मेरे पूरे करियर में मैंने जिन खिलाड़ियों को एकाग्रता के मामले में अव्वल पाया उनमें यूनिस भाई, फवाद आलम और वह (पुजारा) शामिल हैं।
पुजारा ने मदद की रिजवान की
रिजवान ने कहा, एकाग्रता और ध्यान केंद्रित करने के मामले में पूजारा मेरी सूची में दूसरे और फवाद आलम तीसरे स्थान पर हैं। मैं इन तीन खिलाड़ियों को इस मामले में अव्वल आंकता हूं। नियमित तौर पर सीमित ओवरों की क्रिकेट खेलने से लंबे प्रारूप में बल्लेबाजी प्रभावित हो सकती है और रिजवान ने कहा कि पुजारा की सलाह ने इसमें उनकी मदद की।
रिजवान ने कहा, एक समय ऐसा आता है जबकि आपकी एकाग्रता का स्तर कम होने लगता है। मैं यह पता करने की कोशिश करूंगा कि ये तीनों खिलाड़ी इतने गहन ध्यान और एकाग्रता से कैसे बल्लेबाजी कर लेते हैं। मैं यूनिस भाई के साथ बात करता रहता हूं, लेकिन हाल में फवाद से ज्यादा बात नहीं हो पायी।
उन्होंने कहा, जब मैं जल्दी आउट हो गया तो मैंने पुजारा के साथ बात की। उन्होंने मुझे कुछ चीजें बताईं जैसे शरीर के करीब से खेलना। जैसा कि सभी जानते हैं कि हम लगातार सीमित ओवरों की क्रिकेट खेल रहे हैं जिसमें हम अपने शरीर के बहुत करीब से नहीं खेलते क्योंकि गेंद अधिक स्विंग या सीम नहीं करती।(भाषा)