लंदन। दर्शकों को किसी भी खेल प्रतियोगिता में समय से पहले स्टेडियम में पहुंचने की सलाह दी जाती है और अगर वे इंग्लैंड और बांग्लादेश के बीच गुरुवार को ओवल में चैंपियंस ट्रॉफी के शुरुआती मैच में समय पर नहीं पहुंच पाते हैं तो हो सकता है कि वे इसका कुछ महत्वपूर्ण हिस्सा नहीं देख पाएं। यहां तक कि जून में भी सुबह बादल छाए रहने से गेंदबाजों को स्विंग मिलती है, जो कि इंग्लैंड में क्रिकेट की परिस्थितियों का अहम अंग बन गया है।
इसका सबूत सोमवार को देखने को मिला, जब इंग्लैंड ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीसरे एकदिवसीय मैच में 5 ओवरों के अंदर 20 रनों पर 6 विकेट गंवा दिए थे, जो कि एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उसकी सबसे खराब शुरुआत है।
कैगिसो रबादा और वायने पर्नेल ने परिस्थितियों का पूरा फायदा उठाकर इंग्लैंड की बल्लेबाजी को ध्वस्त कर दिया था। पिच पर हरी घास इंग्लैंड के कप्तान इयोन मोर्गन को रास नहीं आई लेकिन यहां तक कि अधिक सपाट पिचों पर भी यह एक मसला है कि जब बादल छाए हों तब कैसे बल्लेबाजी की जाए। इंग्लैंड में यहां तक कि दिनभर ऐसी परिस्थिति बनी रह सकती है।
अब बांग्लादेश को ही देखिए। ओवल में अभ्यास मैच में मौजूदा चैंपियन भारत के 324 रनों के जवाब में उसकी टीम 84 रन पर ढेर हो गई। बांग्लादेश निश्चित तौर पर 240 रन से हार नहीं चाहता था, क्योंकि उसे 1 दिन बाद ही चैंपियंस ट्रॉफी में इंग्लैंड के खिलाफ अपना अभियान शुरू करना है जिसने पिछले 2 वर्षों में सीमित ओवरों के अपने खेल में काफी सुधार किया है।
इंग्लैंड की अगर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ अंतिम वनडे में बल्लेबाजों की नाकामी को छोड़ दिया जाए तो उसने पहले दोनों मैचों में अच्छा प्रदर्शन करके श्रृंखला पहले ही अपने नाम कर दी थी।
इंग्लैंड के कोच ट्रेवर बेलिस ने कहा कि मैंने कभी किसी टीम को रक्षात्मक रवैया अपनाकर वैश्विक टूर्नामेंट जीतते हुए नहीं देखा। हमेशा वह टीम जीतती रही है जिसने साहसिक खेल दिखाया। जहां तक बांग्लादेश का सवाल है तो भारत के खिलाफ उसने 7.3 ओवरों में 22 रनों पर 6 विकेट गंवा दिए थे, जो इंग्लैंड के सोमवार के प्रदर्शन से बुरा नहीं था लेकिन दोनों की चिंताएं एक जैसी हैं।
लेकिन भारत के खिलाफ सर्वाधिक 24 रन बनाने वाले मेहदी हसन का मानना है कि उनकी टीम इंग्लैंड को हरा सकती है। उन्होंने कहा कि हां, हमने इंग्लैंड के खिलाफ पिछले कुछ मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया है और हम इस बार भी जीत के प्रति आश्वस्त हैं।
बांग्लादेश के कोच चंडिका हतुरासिंघे कोशिश कर रहे हैं कि भारत वाले मैच का खिलाड़ियों पर खास प्रभाव नहीं पड़े। उन्होंने कहा कि निश्चित तौर पर इससे मनोबल पर थोड़ा प्रभाव पड़ता है लेकिन यह अभ्यास मैच था। हमारे लिए गुरुवार को का मैच बेहद महत्वपूर्ण है। यह चैंपियंस ट्रॉफी का पहला मैच है। पिछले मैच को छोड़ दिया जाए तो हमारी तैयारियां अच्छी हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी के इस मैच में दोनों टीमों की तरफ से कई ऐसे खिलाड़ी भी मैदान पर उतरेंगे, जो विश्व कप 2015 के मैच में खेले थे जिसमें बांग्लादेश ने इंग्लैंड को हराया था। एडिलेड ओवल में खेले गए उस मैच में महमुदुल्लाह ने शतक जमाया था जबकि गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन किया था।
हतुरासिंघे ने कहा कि आपके पूर्व के प्रदर्शन से थोड़ा-बहुत आत्मविश्वास बढ़ता है लेकिन आपको हमेशा नई शुरुआत करनी पड़ती है। हमें यहां अच्छी शुरुआत करनी होगी और हम इसी पर ध्यान दे रहे हैं। (भाषा)