Corona का साइड इफेक्ट, भारत की जीडीपी 2019 से भी कम रहने के आसार

Webdunia
मंगलवार, 30 मार्च 2021 (19:50 IST)
नई दिल्ली। कोरोनावायरस महामारी पर लगाम लगाने के लिए टीकाकरण की शुरुआत के बावजूद भारत के सकल घरेलू उत्पाद 2021 में 2019 के स्तर से नीचे रहने के आसार हैं। यह बात एशिया और प्रशांत क्षेत्र के लिए संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक आयोग (यूएनईएससीएपी) की मंगलवार को जारी 1-1 रिपोर्ट में कही गई है।
 
'एशिया और प्रशांत क्षेत्र के लिए आर्थिक और सामाजिक सर्वे, 2021 : कोविड-19 बाद मजबूत अर्थव्यवस्था की ओर' शीर्षक से जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत की आर्थिक वृद्धि दर 2021-22 में 7 प्रतिशत रहने का अनुमान है जबकि चालू वित्त वर्ष (2020-21) में महामारी और सामान्य कारोबारी गतिविधियों पर उसके प्रभाव के कारण इसमें 7.7 प्रतिशत से अधिक गिरावट होने का अनुमान है।

ALSO READ: राज्यसभा में कांग्रेस का आरोप, Corona के पहले ही पटरी से उतर चुकी थी अर्थव्यवस्था
 
रिपार्ट में कहा गया है कि भारत में महामारी का प्रकाप शुरू होने से पहले जीडीपी (सकल घरेलू उत्पाद) और निवेश धीमा पड़ चुका था। कोरोनावायरस महामारी की रोकथाम के लिए भारत में जो लॉकडाउन लगाया गया, वह दुनिया में लगाए गए सबसे कड़े लॉकडाउन में से एक था। उसके कारण 2020 की दूसरी तिमाही (अप्रैल-जून) में आर्थिक बाधाएं अपने चरम पर थीं।
 
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के अनुसार बाद में लॉकडाउन नीतियों में बदलाव और संक्रमण दर में कमी से तीसरी तिमाही से आर्थिक पुनरुद्धार को गति मिली। हालांकि सालाना आधार पर शून्य के करीब वृद्धि दर के अनुमान के साथ चौथी तिमाही में पुनरुद्धार की गति हल्की पड़ी। रिपोर्ट के अनुसार कोविड-19 मामलों में अच्छी-खासी कमी तथा टीकाकरण शुरू होने के बावजूद 2021 में भारत का आर्थिक उत्पादन (जीडीपी) 2019 के स्तर से नीचे रहने का अनुमान है। इसमें कहा गया है कि देय के सामने कर्ज की लागत नीचे रखने के साथ गैर-निष्पादित कर्ज यानी फंसे कर्ज की समस्या को काबू में रखना भी चुनौती होगी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) के दूसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार 2020-21 में भारत की वृद्धि दर में 8 प्रतिशत की गिरावट आएगी। यह महामारी के प्रभाव को बताता है।



ALSO READ: Corona काल में अर्थव्यवस्था के लिए मुश्किल हालात में भी वित्तमंत्री ने लगाया शतक
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि चीन ने कोविड-19 से निपटने के लिए तुरंत और प्रभावी कदम उठाए। इससे वह दुनिया में एकमात्र बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश है, जो 2020 में सकारात्मक वृद्धि दर हासिल करने में सक्षम हो पाया। औद्योगिक उत्पादन, बुनियादी ढांचा और आवास निवेश में मजबूत पुनरुद्धार तथा निजी खपत में कुछ सुधार से चौथी तिमाही में उसकी वृद्धि दर 6.5 प्रतिशत रही, जो महामारी पूर्व वृद्धि के स्तर से अधिक है।
 
रिपोर्ट में अनुमान जताया गया है कि विकासशील एशिया-प्रशांत क्षेत्र की अर्थव्यवस्थाओं की वृद्धि दर औसतन 2021 में 5.9 प्रतिशत जबकि 2022 में 5 प्रतिशत रहेगी, वहीं 2020 में 1 प्रतिशत की गिरावट का अनुमान है। इसमें कहा गया है कि 2021 में मजबूत पुनरुद्धार की उम्मीद के बावजूद आर्थिक स्थिति में सुधार की दर उतार-चढ़ावभरी रहने की संभावना है। इसमें महामारी के बाद पुनरुद्धार में गरीब देश और वंचित तबके के लोग सबसे ज्यादा ज्यादा प्रभावित हो सकते हैं।

ALSO READ: अर्थव्यवस्था को दोहरा झटका, महंगाई 3 माह के उच्च स्तर पर

रिपोर्ट में मजबूत और समावेशी पुनरुद्धार के लिए विभिन्न देशों में कोविड-19 टीकाकरण में अधिक समन्वय तथा क्षेत्रीय सहयोग की जरूरत पर बल दिया गया है। इसमें सिफारिश की गई है कि अर्थव्यस्थाओं को राजकोषीय और मौद्रिक समर्थन जारी रखा जाना चाहिए, क्योंकि समय से पहले इन कदमों को वापस लेने से दीर्घकालीन समस्याएं बढ़ सकती हैं। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

भारतीय छात्रों को जस्टिन ट्रूडो ने दिया बड़ा झटका, कनाडा ने फास्ट-ट्रैक वीजा किया समाप्त

हिमाचल में तेज हुई समोसा पॉलिटिक्स, BJP MLA ने CM को भेजे 11 समोसे

यूपी CM के पहनावे को लेकर अखिलेश यादव का तंज, सिर्फ कपड़ों से कोई योगी नहीं बनता

जमानत याचिका मामले में SC ने दिखाई सख्‍ती, कहा- एक दिन की देरी मूल अधिकारों का उल्लंघन

खरगे ने BJP पर लगाया भड़काऊ भाषणों के जरिए मूल मुद्दों से लोगों का ध्यान भटकाने का आरोप

सभी देखें

नवीनतम

मल्लिकार्जुन खरगे ने PM मोदी पर साधा निशाना, लाल किताब को लेकर दिया यह बयान...

कश्मीर में बढ़ा आधुनिक हीटिंग उपकरणों के प्रचलन, घटी कांगड़ी की मांग

भारत दे रहा EU को सबसे ज्‍यादा ईंधन, जानिए क्‍या है रूस से कनेक्‍शन

LIVE: कनाडा में हिन्दू मंदिर पर हुए हमले के विरोध में भारत में आक्रोश, कनाडा दूतावास पर किया प्रदर्शन

बोकारो में पीएम मोदी बोले, भर्ती माफिया को पाताल में से भी ढूंढकर जेल भेजेंगे

अगला लेख
More