वाराणसी। उत्तरप्रदेश के वाराणसी से 10 अक्टूबर से शुरू होने वाली 'प्रतिज्ञा रैली' का नाम कांग्रेस पार्टी की तरफ से बदल दिया गया है और अब इस रैली को 'किसान न्याय रैली' का नाम दिया है। बताया जा रहा है कि लखीमपुर में हुई हिंसा के बाद कांग्रेस पार्टी में शुक्रवार की देर रात रैली के नाम बदलने का फैसला लिया है। हर रैली 10 अक्टूबर को वाराणसी के रोहनिया इलाके के जगतपुर डिग्री कॉलेज में ही होगी और रैली के नाम को बदलकर बाकी के काम यथावत रखे गए हैं। बताया जा रहा है कि 2022 विधानसभा के चुनाव को देखते हुए कांग्रेस प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गढ़ से 2022 चुनाव का शंखनाद करने जा रही है।
बताते चलें कि प्रतिज्ञा रैली/ 'हम वचन निभाएंगे' की शुरुआत 10 अक्टूबर को वाराणसी में जगतपुर स्थित इंटर कॉलेज में प्रियंका गांधी को करना था लेकिन लखीमपुर में किसानों के साथ घटी घटना के बाद अब कांग्रेस पार्टी ने प्रतिज्ञा रैली का नाम बदलकर 'किसान न्याय रैली' कर दिया है। रैली में कोई खास परिवर्तन नहीं किया गया है और रैली अपने यथास्थान पर ही 10 अक्टूबर को वाराणसी में होगी।
इस दौरान प्रियंका गांधी आम लोगों के साथ-साथ कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगी और रैली में 7 वचनों के साथ चुनावी शंखनाद करेंगी। इस दौरान प्रियंका गांधी बाबा श्री काशी विश्वनाथ, मां कूष्मांडा, बाबा कालभैरव दरबार का दर्शन भी करेंगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अजय राय ने बताया कि 10 अक्टूबर को प्रियंका गांधी बाबा विश्वनाथ और दुर्गाकुंड स्थित कूष्मांडा देवी के दर्शन करेंगी और इसके बाद वे रैली में जनता को संबोधित करेंगी।
उन्होंने बताया कि इस रैली में प्रियंका गांधी जनता को 7 वचन देंगी और सरकार बनने के बाद सबसे पहले इन सभी 7 वचनों को निभाएंगी। उन्होंने बताया कि अब ये 7 वचन क्या हैं, इसका खुलासा रैली वाले दिन ही खुद प्रियंका गांधी करेंगी। गौरतलब है कि लखीमपुर में हुए कांड में योगी सरकार जमकर हल्ला बोलने के बाद प्रियंका गांधी पूर्वांचल से ही 2022 विधानसभा चुनाव का शंखनाद करने जा रही हैं जिसको लेकर कार्यकर्ता व वरिष्ठ नेताओं में उत्साह देखा जा रहा है।