नई दिल्ली। Cyber Attack on AIIMS News : दिल्ली में ऑल इंडिया मेडिकल इंस्टिट्यूट (Delhi AIIMS) का सर्वर हैक होने से हाहाकार मच गया है। दिल्ली पुलिस और CERT-IN के एक्सपर्ट्स के साथ ही इंटेलिजेंस फ्यूजन एंड स्ट्रेटेजिक ऑपरेशंस (IFSO) डिविजन ने इस मामले में फिरौती का मुकदमा दर्ज कर लिया है। हैकर्स ने सर्वर रिलीज करने के बदले 200 करोड़ रुपए की फिरौती मांगी है। फिरौती भारतीय करेंसी या अमेरिकी डॉलर्स में नहीं बल्कि वर्चुअल क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) में लेना चाहते हैं ताकि उन्हें ट्रेस नहीं किया जा सके। सोशल मीडिया के दौर में साइबर अटैक के मामले तेजी से बढ़े हैं। देश ही नहीं अंतराष्ट्रीय गिरोह भी इसमें शामिल हैं। दिल्ली एम्स का हैकिंग मामला देश के उन बड़े हैकिंग केस में शामिल हो गया है, इनके जाल में फंसने वाले देश के बड़े साइबर अटैक, जिनसे मचा था हाहाकार-
हल्दीराम से डॉलर में फिरौती की मांग : देश की प्रमुख फूड कंपनी हल्दीराम (Haldiram) के सर्वरों पर भी अक्टूबर 2020 में साइबर अटैक हुआ था। हैकर्स ने कंपनी की फाइलों, डाटा और एप्लिकेशंस व सिस्टम्स को मैलवेयर अटैक से अपने कब्जे में ले लिया था। इन्हें रिलीज करने के बदले हैकर्स ने 7.5 लाख अमेरिकी डॉलर की फिरौती मांगी थी। हालांकि यह जानकारी नहीं है कि यह फिरौती दी गई या नहीं।
क्या इंडियन बुल्स ने दी थी फिरौती : शेयर मार्केट में निवेश से लेकर वित्त सुविधा उपलब्ध कराने तक एक्टिव इंडिया बुल्स समूह के सर्वर पर भी साइबर अटैक किया गया था। अमेरिकी साइबर थ्रेट इंटेलिजेंस कंपनी Cyble के मुताबिक समूह के सर्वर पर एक क्लॉप रैनसमवेयर ऑपरेटर ने अटैक करते हुए उसे अपने कब्जे में ले लिया था। कंपनी का कॉन्फिडेंशियल डाटा सार्वजनिक करने की धमकी देकर हैकर ने फिरौती की मांग की थी। हालांकि ये खबरें सामने नहीं आई कि फिरौती दी गई या नहीं।
टेक महिंद्रा हैकिंग : 2021 में देश की प्रमुख आईटी कंपनी टेक महिंद्रा (Tech Mahindra) के 27 सर्वरों पर हैकर्स ने मैलवेयर अटैक किया था। महाराष्ट्र के पिंपरी चिंचवाड़ स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में हुए इस साइबर हमले से कंपनी को 5 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ था।
स्पाइस जेट को बनाया निशाना : इस साल मई माह में हैकर्स ने स्पाइसजेट एयरलाइंस के सर्वर को निशाना बनाया था। इससे सारी फ्लाइट्स कैंसिल करनी पड़ी थी, वहीं दर्जनों फ्लाइट तय शेड्यूल के पर इसका असर हुआ। हालांकि स्पाइसजेट प्रबंधन ने सर्वर पर दोबारा कंट्रोल कर लेने का दावा किया था। मीडिया में ये खबरें आईं कि इसके लिए स्पाइसजेट ने हैकर्स को करोड़ों रुपए का भुगतान किया था।
सरकारी तेल कंपनी भी चपेट में : अप्रैल 2022 में हैकर्स ने सरकारी तेल कंपनी ऑइल इंडिया के सर्वर को असम में निशाना बनाया था। इस केस में नाइजीरिया के एक सर्वर के जरिए रूसी मैलवेयर को कंपनी के सर्वर में एंट्री कराने की बात सामने आई थी। फिरौती के रूप में हैकर्स ने 57 करोड़ रुपए की मांग की थी। हालांकि अधिकारियों ने यह भी दावा किया था कि कंपनी ने बिना कोई पैसा दिए सर्वर पर नियंत्रण कर लिया।
बिजली कंपनी के उपभोक्ताओं का डेटा : हैकर्स ने रॉबिनहुड रैनसमवेयर के जरिए आंध्रप्रदेश और तेलंगाना की पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनियों का नेटवर्क अपने कब्जे में ले लिया था। 2019 की इस घटना में हैकर्स ने 6 बिटकॉइन (Bitcoin) की फिरौती मांगी थी। इनकी उस समय कीमत करीब 24 लाख रुपए थी। इस हमले में हैकर्स के हाथ दोनों राज्यों के करीब 3.5 लाख बिजली उपभोक्ताओं का डाटा लग गया था, जिन्होंने उस समय वेबसाइट क्लिक की थी।