CSK कोच ने बताया कैसे हार में आए माही के यह रन अंत में बनेंगे अहम
धोनी की शानदार बल्लेबाजी मुश्किल दिन में हमारे लिए सकारात्मक पहलू रही: फ्लेमिंग
चेन्नई सुपर किंग्स के मुख्य कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने कहा कि जब खेल के प्रति जागरूकता की बात आती है तो फिर महेंद्र सिंह धोनी का कोई सानी नहीं, जिन्होंने आईपीएल के इस सत्र में पहली बार बल्लेबाजी करते हुए अपने बल्ले की चमक बिखेरी।
चेन्नई को रविवार को यहां दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ 20 रन से हार का सामना करना पड़ा जो वर्तमान सत्र में उसकी पहली पराजय है। आठवें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे धोनी ने अगर 16 गेंद पर नाबाद 37 रन की पारी नहीं खेली होती तो हार का अंतर अधिक होता।भारत की तरफ से 2019 में अपना आखिरी मैच खेलने वाले धोनी ने पिछले साल अपने घुटने का ऑपरेशन करवाया था।
फ्लेमिंग ने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, यह खूबसूरत पारी थी। वह टूर्नामेंट शुरू होने से पहले अभ्यास सत्र से ही अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे। उन्होंने गंभीर चोट से उबरकर वापसी की है। उनकी बल्लेबाजी शानदार रही। इससे एक मुश्किल दिन के आखिर में टीम को सकारात्मक ऊर्जा मिली।
न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ने कहा,रन रेट के लिहाज से लक्ष्य के करीब पहुंचना महत्वपूर्ण था और वह इस बात को अच्छी तरह से समझते हैं। उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की वह शानदार थी।
सत्र की पहली हार के बारे में फ्लेमिंग ने कहा,यह परिणाम हमारे आज के प्रदर्शन को दर्शाता है। हम आज अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए। दोनों पारियों में पहले छह ओवर में हमारी शुरुआत अच्छी नहीं रही।
चेन्नई को भले ही 20 रनों से हार मिली लेकिन महेंद्र सिंह धोनी ने ना केवल हार का अंतर कम किया बल्कि तेजी से रन बनाए जिससे नेट रन रेट ज्यादा नहीं गिरी। उनकी इस पारी के बदौलत ही चेन्नई सुपर किंग्स 2 जीत और 1 हार की बदौलत अंक तालिका में दूसरे स्थान पर मौजूद है।
अगर महेंद्र सिंह धोनी आक्रामक रुख ना अख्तियार करते तो यह मैच चेन्नई सुपर किंग्स 40 रनों से भी हार सकता था जिससे उसके नेट रन रेट पर असर पड़ता। अभी टीम का रन रेट 0.976 है जो सिर्फ कोलकाता नाइट राइडर्स से कम है। जब चौथे स्थान के लिए लड़ाई होती है तो सिर्फ नेट रन रेट ही कभी कभार अहम हो जाता है और टीम एलिमिनेटर का टिकट पा लेती है।