शुरुआत में जब कोलकाता जीत रही थी तो सब अच्छा चल रहा था। लेकिन जैसे ही कोलकाता की गाड़ी पटरी से उतरी तो मुंबई और चेन्नई जैसी उतरती ही चली गई। अब हालात यह है कि कोलकाता लगातार 5 मैच हार गया है। कुल 6 हार के बाद अब वह भी चेन्नई की तरह ही टूर्नामेंट से बाहर होने में सिर्फ 2 हार दूर खड़ा है।
4 सलामी जोड़ी का उपयोग
इसकी सबसे बड़ी वजह रही है बार बार सलामी बल्लेबाजी में बदलाव करना। टीम को पता ही नहीं है कि कौन से 2 सलामी बल्लेबाज है जो बल्लेबाजी के लिए उतरेंगे। केकेआर ने इस चरण में चार अलग अलग सलामी जोड़ियों का इस्तेमाल किया है लेकिन टीम को इससे कोई फायदा नहीं मिला क्योंकि टीम को गुरूवार को लगातार पांचवीं पराजय का सामना करना पड़ा जिससे वह अंक तालिका में सातवें स्थान पर ही है।
9 मैचों में 5 बल्लेबाज कर चुके हैं ओपनिंग
अजिंक्य रहाणे और वेंकटेश अय्यर ने पहले पांच मैचों में पारी का आगाज किया, लेकिन इनके असफल रहने पर केकेआर के पिछले चार मैचों में तीन अलग संयोजन का इस्तेमाल किया गया जिसमें सुनील नारायण, आरोन फिंच और सैम बिलिंग्स शामिल थे।आधे से ज्यादा टूर्नामेंट हो गया और टीम अभी तक अपने सलामी बल्लेबाजों को लेकर ही दुविधा में है।
शायद यही कारण है कि जो भी अब तक कोलकाता के लिए सलामी बल्लेबाजी के लिए उतरा है वह फ्लॉप ही साबित हुआ है। सिर्फ वेंकटेश अय्यर और ऐरन फिंच से अब तक सलामी बल्लेबाजी में एक अर्धशतक देखने को मिला है।
अजिंक्य रहाणे ने 5 मैचों में 16 की औसत से 80 रन बनाए हैं। चेन्नई के खिलाफ पहले मैच में वह अच्छी लय में थे और 44 रन बनाए थे। यह ही उनका अब तक का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है।
इसके अलावा ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ऐरन फिंच की बात करें तो 3 मैचों में उन्होंने 22 की औसत से 68 रन बनाए हैं जिसमें से एक मैच में 58 रन बनाए हैं। विकेटकीपर सैम बिलिंग्स को एक बार सलामी बल्लेबाजी का मौका मिला और वह सिर्फ 4 रन बना पाए इसके अलावा सुनील नारायण को 2 पारियों में सलामी बल्लेबाजी का मौका मिला लेकिन वह 5 रन बना पाए।
टिम साउदी सलामी जोड़ी के बदलाव से दिखे नाराज
कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के मौजूदा सत्र में सलामी जोड़ी का सही संयोजन ढूंढने में जूझ रही है लेकिन न्यूजीलैंड के तेज गेंदबाज टिम साउदी ने कहा कि ऐसा करने में खिलाड़ियों को बाहर करके बदलाव करना आदर्श नहीं है।
साउदी ने दिल्ली कैपिटल्स से मिली चार विकेट की हार के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, यह मुश्किल होता है, जब आप जितनी जीत दर्ज करना चाहते हो, उन्हें हासिल नहीं कर पाते। बड़ी नीलामी के बाद हम अब भी अपना सही संयोजन ढूंढने की कोशिश कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, हमने सलामी जोड़ी के लिये कुछ संयोजन इस्तेमाल किये हैं और आईपीएल में कोई बुरे खिलाड़ी नहीं है, ये सभी बेहतरीन खिलाड़ी हैं। जिन खिलाड़ियों ने पारी का आगाज किया, वे भी शानदार खिलाड़ी थे। इसलिये यह सिर्फ फॉर्म हासिल करने की बात है और जो फॉर्म हासिल कर ले, उसके साथ खेलने की।
साउदी ने कहा, खिलाड़ियों को बाहर करना और उनकी जगह किसी अन्य को शामिल करना आदर्श स्थिति नहीं है लेकिन जब आप ज्यादा मैच जीत नहीं रहे होते तो ऐसा होता है।
श्रेयस ने माना सलामी बल्लेबाजों के कारण मध्यक्रम पर आया दबाव
श्रेयस के अनुसार सलामी जोड़ी की परेशानी के कारण उन्हें अपने बल्लेबाज़ी क्रम में लगातार बदलाव करने पड़ रहे हैं और इससे टीम को संतुलन नहीं मिल पाया है। श्रेयस ने कहा, "पिछले कुछ मैच कठिन रहे हैं क्योंकि हम सही सलामी जोड़ी नहीं चुन पाए हैं। मैचों के बीच कुछ खिलाड़ी चोटिल हो रहे हैं जिससे एक संतुलित टीम बनाने में कठिनाई हो रही है। मुझे लगता है कि इस लीग में आपके पास पहले मैच से ही सही टीम होनी चाहिए। अगर वह टीम अच्छा करती है तो आप वहां से आगे बढ़ सकते हैं।"
लीग स्टेज में कोलकाता को पांच और मुक़ाबले खेलने हैं। श्रेयस ने कहा कि अब टीम ध्यान देगी कि अधिक बदलाव ना किए जाए। सलामी जोड़ी ही नहीं बल्कि मध्यक्रम ने भी कोलकाता की मुसीबतें बढ़ाई हैं। हालिया मैचों में मध्य ओवरों में उन्होंने लगातार अंतराल पर विकेट गंवाए हैं।कोलकाता के कप्तान ने आगे कहा, "मुझे लगता है कि हमें इसी एकादश पर टिके रहना होगा। हमें रक्षात्मक होने की बजाय निडर होकर खेल खेलना होगा। पांच मैच शेष है जिसमें हमें पूरी जान लगाकर इस टीम के लिए अपना सब कुछ झोंक देना होगाहमें खिलाड़ियों को समझाना होगा कि उन्हें पुराने मैचों को भूलकर एक नई शुरुआत करनी होगी। सब जमकर तैयारी कर रहे हैं। बात बस मानसिकता की है। मेरा मानना है कि आपको स्वंय पर विश्वास जताना होगा। इसके बाद अगर आप ग़लतियां करेंगे तो कोई बात नहीं।"