साल 2018 के बाद कोलकाता नाईट राइडर्स आईपीएल में प्लेऑफ में जगह नहीं बना पायी थी। साल 2021 में पहला भाग भी टीम के लिए काफी खराब गया था। टीम 7 में से 5 मैच हारकर 2 जीत के साथ सिर्फ 4 अंक बटोर पायी थी। लेकिन जैसे ही आईपीएल भारत से संयुक्त अरब अमीरात पहुंचा तो एक अलग टीम देखने को मिली।
कोलकाता ने पहले भाग से ठीक उलट प्रदर्शन किया। दूसरे भाग में से 7 में से 5 मैच जीतकर अपने कुल अंक 14 कर लिए। यही नहीं बैंगलोर और राजस्थान के खिलाफ मिली जीत इतनी बड़ी थी कि टीम का रन रेट भी .58 रहा जिस कारण मुंबई हैदराबाद के खिलाफ बड़ा स्कोर करने के बाद भी प्लेऑफ में नहीं पहुंच पायी।कोलकाता और मुंबई के एक बराबर 14-14 अंक रहे लेकिन नेट रन रेट के आधार पर कोलकाता चौथे और पांच बार का चैंपियन मुंबई पांचवें स्थान पर रहा।
कोलकाता नाइट राइडर्स के भाग्य उदय के पीछे तीन प्रमुख खिलाड़ी रहे।
वैंकटेश अय्यर- अगर यह कहा जाए कि सलामी बल्लेबाज वैंकटेश अय्यर के कारण ही कोलकाता की टीम प्लेऑफ में पहुंची तो अतिशियोक्ति नहीं होगी। अय्यर ने कोलकाता के लिए आईपीएल 2021 में वह ही भूमिका निभाई है जो पाकिस्तानी ओपनर फकर जमान ने चैंपियन्स ट्रॉफी में निभाई थी।
7 मैचों में अय्यर ने 39 की औसत से 239 रन बनाए जिसमें उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 67 रनों का रहा। यही नहीं उन्होंने 3 विकेट भी चटकाए।
शिवम मावी- एक और युवा खिलाड़ी जो केकेआर के प्लेऑफ में जाने का सूत्रधार रहा। शिवम मावी ने अहम मौकों पर केकेआर के लिए विकेट अहम मौकों पर विकेट चटकाए। उन्होंने 6 मैचों में 15 की औसत से 9 विकेट चटकाए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा 21 रन देकर 4 विकेट।
राहुल त्रिपाठी- कप्तान और नीतीश राणा के बाद जो खिलाड़ी कोलकाता के लिए एक लीग मैच में भी ड्रॉप नहीं हुआ वह राहुल त्रिपाठी हैं। भारत और यूएई में हर मैच खेलने के बाद वह परिस्थितियों से जल्दी अभ्यसत हो गए।
राहुल त्रिपाठी ने 14 मैचों में 31 की औसत से 377 रन बनाए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 74 रन नाबाद रहा। सलामी बल्लेबाजी की बेहतरीन शुरुआत को राहुल ने मध्यक्रम में भुनाया। यही कारण रहा की आईपीएल के दूसरे भाग में एक दो मौकों को छोड़ दिया जाए तो कोलकाता को रनों की किल्लत महसूस नहीं हुई। (वेबदुनिया डेस्क)