मुंबई। करिश्माई आलराउंडर शेन वॉटसन (नाबाद 117) की रिकॉर्ड शतकीय पारी से चेन्नई सुपरकिंग्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को रविवार को यहां वानखेड़े स्टेडियम में आठ विकेट से पराजित कर आईपीएल-11 का खिताब जीत लिया। चेन्नई ने दो साल के निलंबन के शानदार वापसी करते हुए तीसरी बार आईपीएल चैंपियन बनने का गौरव हासिल कर लिया और मुंबई इंडियंस की बराबरी कर ली।
चेन्नई ने हैदराबाद के छह विकेट पर 178 रन के स्कोर को 18.3 ओवर में दो विकेट पर 181 रन बनाकर पार कर लिया। चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के लिए उनका सातवां फाइनल भाग्यशाली साबित हुआ। धोनी के लिए सात का नंबर भाग्यशाली है और इस खिताबी जीत के साथ धोनी वॉटसन ने आईपीएल 11 में अपना दूसरा शतक ठोका और मात्र 57 गेंदों पर नाबाद 117 रन में 11 चौके और आठ छक्के उड़ाए।
वॉटसन आईपीएल के इतिहास में लक्ष्य का पीछा करते हुए शतक बनाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए। ऑस्ट्रेलिया के वॉटसन को इस मैच विजयी पारी के लिए 'मैन ऑफ द मैच' का पुरस्कार मिला। चेन्नई ने इससे पहले 2010 और 2011 में यह खिताब जीता था। चेन्नई को इस जीत से 20 करोड़ रुपए की पुरस्कार राशि मिली जबकि अपने दूसरे फाइनल में खिताब से चूक गए हैदराबाद को 12.50 करोड़ रुपए मिले।
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सेमीफाइनलिस्ट टीमों को 8.75-8.75 करोड़ रुपए मिले। लक्ष्य का पीछा करते हुए चेन्नई ने धीमी शुरुआत की और भुवनेश्वर कुमार का पारी का पहला ओवर मैडन रहा। फाफ डू प्लेसिस 11 गेंदों में 10 रन बनाकर चौथे ओवर की आखिरी गेंद पर संदीप शर्मा को रिटर्न कैच थमा बैठे।
चेन्नई का पहला विकेट 16 के स्कोर पर गिरा और पांच ओवर की समाप्ति पर चेन्नई का स्कोर मात्र 20 रन था, लेकिन शेन वॉटसन ने छठे ओवर में हाथ खोले और संदीप शर्मा की गेंदों पर छक्का और चौका लगते हुए 15 रन बटोरे। सातवें ओवर में सिद्धार्थ क़ौल पर वॉटसन ने छक्का और सुरेश रैना ने दो चौके लगते हुए 16 रन बटोरे और चेन्नई का स्कोर 51 रन पहुंच गया।
हैदराबाद के कप्तान केन विलियम्सन ने आठवें ओवर में अपना तुरुप का पत्ता लेग स्पिनर राशिद खान को आक्रमण पर लगाया लेकिन वॉटसन और रैना ने इस ओवर को बेहद सावधानी से निकाल लिया और इस ओवर में सिर्फ छह सिंगल गए। चेन्नई ने 10 ओवर की समाप्ति पर स्कोर 80 रन पहुंचा दिया। पहले ओवर में जहां मात्र 20 रन बने वहीं अगले पांच ओवर में 60 रन ठोंके गए।
वॉटसन ने 11वें ओवर में शाकिब अल हसन की पहली गेंद पर छक्का मारकर इस सत्र का तीसरा अर्धशतक पूरा कर लिया। रैना ने शाकिब के इस ओवर की आखिरी गेंद पर छक्का जड़ दिया। इस ओवर में 15 रन पड़े। चेन्नई ने अपने 100 रन 11.5 ओवर में पूरे कर लिए। वॉटसन ने 13वें ओवर में संदीप शर्मा पर 4,6,6,6 और 4 लगाते हुए कुल 27 रन बटोरकर फाइनल का रुख चेन्नई की तरफ मोड़ दिया।
वॉटसन के इस कत्लेआम के बीच रैना तेज गेंदबाज कार्लोस ब्रैथवेट के बाउंसर पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे। रैना ने 24 गेंदों पर 32 रन में तीन चौके और एक छक्का लगाया और उनका विकेट 133 के स्कोर पर गिरा। वॉटसन और रैना के बीच दूसरे विकेट के लिए 9.3 ओवर में 117 रन की बेशकीमती साझेदारी हुई। वॉटसन ने ब्रैथवेट के इस ओवर में चौका और छक्का लगाया और 97 रन पर पहुंच गए।
राशिद ने 15 वें ओवर में नए बल्लेबाज अंबाटी रायुडू को मात्र एक रन ही लेने दिया। विलियम्सन ने विकेट की उम्मीद में अपने सबसे सटीक गेंदबाज भुवनेश्वर का वापस आक्रमण पर लगाया लेकिन रायुडू ने तीसरी गेंद पर छक्का मार दिया और इसके साथ ही चेन्नई के 150 रन पूरे हो गए।
अब जीत महज औपचारिकता रह गयी थी और चेन्नई ने नौ गेंद पहले मैच समाप्त कर दिया। वॉटसन के साथ रायुडू ने 19 गेंदों पर नाबाद 16 रन बनाए। हैदराबाद की मजबूत गेंदबाजी निर्णायक मौके पर ढेर हो गयी और उसका कोई गेंदबाज नहीं चला। इससे पहले हैदराबाद ने कप्तान केन विलियम्सन के 47, यूसुफ पठान के नाबाद 45 और कार्लोस ब्रैथवेट के 21 रन की बदौलत छह विकेट पर 178 रन का चुनौतीपूर्ण स्कोर बनाया लेकिन गेंदबाज इस स्कोर का बचाव नहीं कर पाए। शानदार फॉर्म में खेल रहे विलियम्सन ने 36 गेंदों पर 47 रन में पांच चौके और दो छक्के लगाए।
विलियम्सन ने इस पारी के साथ आईपीएल 11 में 700 रन भी पूरे कर लिए और अपने रनों की संख्या को 735 रन पहुंचा कर सर्वाधिक रनों के लिए ऑरेंज कैप पर अपना कब्ज़ा सुनिश्चित कर लिया। पठान ने फिनिशर की भूमिका निभाते हुए मात्र 25 गेंदों पर नाबाद 45 रन में चार चौके और दो छक्के लगाए। ब्रैथवेट ने 11 गेंदों पर 21 रन की पारी में तीन छक्के उड़ाए और वह पारी की आखिरी गेंद पर आउट हुए। ओपनर शिखर धवन ने 25 गेंदों पर 26 रन में दो चौके और एक छक्का लगाया जबकि शाकिब अल हसन ने 15 गेंदों पर दो चौकों और एक छक्के के सहारे 23 रन बनाए।
वानखेड़े स्टेडियम पर फाइनल में चेन्नई के कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने टॉस जीतकर पहले फील्डिंग करना का फैसला किया। चेन्नई को पहली सफलता जल्द ही मिल गयी जब श्रीवत्स गोस्वामी पांच रन बनाकर कर्ण शर्मा के थ्रो पर रन आउट हो गए।शिखर और कप्तान केन ने दूसरे विकेट के लिए 51 रन की साझेदारी की। शिखर को लेफ्ट आर्म स्पिनर रवींद्र जडेजा ने बोल्ड कर चेन्नई को दूसरी सफलता दिलाई।
लेग स्पिनर कर्ण ने विलियम्सन को धोनी के हाथों स्टंप करा दिया। विलियम्सन का विकेट 101 के स्कोर पर गिरा जबकि शाकिब को ड्वेन ब्रावो ने 133 के स्कोर पर पवेलियन भेज दिया।दीपक हुड्डा तीन रन बनाने के बाद 17 वें ओवर की आखिरी गेंद पर लुंगी एनगिदी का शिकार बने।
हैदराबाद का पांचवां विकेट 144 के स्कोर पर गिरा। पठान और ब्रैथवेट ने अंतिम तीन ओवर में 34 रन जोड़कर हैदराबाद को 178 तक पहुंचा दिया। ब्रैथवेट आखिरी गेंद पर शार्दुल ठाकुर का शिकार बने। एनगिदी ने 26 रन पर एक विकेट, शार्दुल ठाकुर ने 31 रन पर एक विकेट, कर्ण शर्मा ने 25 रन पर एक विकेट, ब्रावो ने 46 रन पर एक विकेट और जडेजा ने 24 रन पर एक विकेट लिया।