वाशिंगटन। उत्तर कोरिया से बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका ने बुधवार को उत्तर कोरिया की ओर से पहली बार अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल दागे जाने की पुष्टि करते हुए प्योंगयांग के कारण बढ़ते खतरे को लेकर आगाह किया। इसके साथ ही अमेरिका ने इस परीक्षण के जवाब में दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर एक संयुक्त मिसाइल अभ्यास को अंजाम दिया।
पेंटागन की प्रमुख प्रवक्ता डाना व्हाइट ने कहा कि उत्तर कोरिया के आईसीबीएम परीक्षण के बाद शक्ति परीक्षण के दौरान अमेरिकी और दक्षिण कोरियाई सैनिकों ने दक्षिण कोरियाई जलक्षेत्र में मिसाइलें दागकर अपनी सटीकता के साथ निशाना साधने की क्षमता का प्रदर्शन किया।
दक्षिण कोरिया में अमेरिकी बलों की ओर से जारी बयान में कहा गया कि इस अभ्यास में आर्मी टेक्टिकल मिसाइल सिस्टम और दक्षिण कोरिया की हयूनमू मिसाइल 2 का इस्तेमाल किया गया। पूर्वी तट पर दक्षिण कोरिया के जलक्षेत्र में मिसाइलें दागीं गईं।
पेंटागन ने कहा कि खतरों के बीच इस क्षेत्र में अपने सहयोगियों- दक्षिण कोरिया और जापान की रक्षा के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता अक्षुण्ण है।
एक बयान में प्रक्षेपण की पुष्टि करने वाले अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने कहा कि अमेरिका कभी भी परमाणु हथियारों से संपन्न उत्तर कोरिया को बर्दाश्त नहीं करेगा। (भाषा)