व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन जीन पियरे ने कहा कि हमारी इसमें (बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता में) कोई संलिप्तता नहीं है। इन घटनाओं में अमेरिकी प्रशासन का हाथ होने संबंधी कोई भी खबर या अफवाह पूरी तरह से झूठी है। यह सच नहीं है। अपना भविष्य तय करना बांग्लादेश के लोगों का अधिकार और विशेषाधिकार है।
जीन पियरे मीडिया में आई उन खबरों पर प्रतिक्रिया दे रही थीं, जिनमें हसीना के कथित दावे के हवाले से कहा गया है कि अगर उन्होंने (हसीना) सेंट मार्टिन द्वीप का आधिपत्य त्याग दिया होता और अमेरिका को बंगाल की खाड़ी पर प्रभुत्व स्थापित करने की अनुमति दी होती, तो वह सत्ता में बनी रहतीं।
इस बीच हसीना के बेटे सजीब वाजेद ने इस बात से इनकार किया है कि उनकी मां ने ऐसा कोई बयान दिया है। वाजेद ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर एक पोस्ट में कहा, 'हाल ही में एक अखबार में प्रकाशित मेरी मां का इस्तीफे से संबंधित बयान पूरी तरह से झूठा और मनगढ़ंत है। उन्होंने मुझसे बातचीत में पुष्टि की है कि उन्होंने ढाका छोड़ने से पहले या बाद में कोई बयान नहीं दिया।'
उल्लेखनीय है कि बांग्लादेश में छात्रों के हिंसक प्रदर्शन के बाद शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर भागना पड़ा था। उन्होंने फिलहाल भारत में शरण ली है।
Edited by : Nrapendra Gupta