वॉशिंगटन। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने भारत-पाकिस्तान (India and Pakistan) के बीच मध्यस्थता के लिए फिर प्रस्ताव दिया है। ट्रंप ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव में कमी आई है। उन्होंने कहा कि यदि दक्षिण एशिया के दोनों पड़ोसी देश चाहें तो वे मध्यस्थता करने के लिए तैयार हैं।
जम्मू-कश्मीर को विशेष दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 को हटाने के बाद से ही पाकिस्तान यह चाहता है कि अमेरिका कश्मीर मामले में हस्तक्षेप करे। जुलाई 2019 में ही पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान (imran khan) के अमेरिकी दौरे के समय ट्रंप ने कश्मीर मुद्दे पर मध्यस्थता करने का प्रस्ताव रखा था।
भारत ने इस प्रस्ताव को सिरे खारिज कर दिया था और यह स्पष्ट कर दिया था कि कश्मीर मामले पर दुनिया के किसी देश की मध्यस्थता स्वीकार नहीं होगी।
फ्रांस में हुए G7 की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मुलाकात के दो सप्ताह बाद ट्रंप ने यह बयान दिया है। फ्रांस में मुलाकात के दौरान भारतीय प्रधानमंत्री ने ट्रंप से स्पष्ट रूप से कह दिया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी मुद्दे पर तीसरे देश के हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने व्हाइट हाउस में कहा कि 'आप जानते हैं कि कश्मीर को लेकर भारत और पाकिस्तान में टकराव है। मेरा मानना है कि दो सप्ताह पहले दोनों पड़ोसी देशों में जितना तनाव था उसमें अब कमी आई है। डोनाल्ड ट्रंप इससे पहले भी भारत और पाकिस्तान के बीच मध्यस्थता की इच्छा कई बार जाहिर कर चुके हैं।
भारत और पाकिस्तान के बीच स्थिति के बारे में एक सवाल के जवाब में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि मुझे दोनों देशों का साथ बहुत पसंद है। यदि दोनों देश चाहें तो मैं उनकी मदद करने को तैयार हूं। दोनों देश जानते हैं कि उनके सामने मध्यस्थता का प्रस्ताव है।
जी-7 में पीएम मोदी से मुलाकात में ट्रंप ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान को कश्मीर मुद्दे का समाधान करना है, तो पीएम मोदी ने उन्हें बता दिया था कि भारत और पाकिस्तान के बीच सभी मुद्दे द्विपक्षीय हैं और किसी तीसरे देश की इसमें कोई भूमिका नहीं हो सकती है।