वॉशिंगटन। आकाशगंगा में तारों का सृजन लगभग 10 अरब साल पहले अपने चरम पर था लेकिन हमारा सूर्य जरा देर से आया था। तारामंडलों के अब तक के सबसे विस्तृत सर्वेक्षणों में से एक सर्वेक्षण में कहा गया है कि सूर्य का सृजन आज से लगभग 5 अरब साल पहले तक भी नहीं हुआ था।
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने पाया है कि हमारी आकाशगंगा में एक शानदार ‘बेबी बूम’ आया था, जब तारों का सृजन बेहद तीव्र दर से हो रहा था और यह दर आज की तुलना में 30 गुना तीव्र थी।
शोधकर्ताओं ने कहा कि हमारा सूर्य जरा देर से आया था। उस समय तक हमारे तारामंडल में तारों के सृजन की दर काफी धीमी थी। शोधकर्ताओं ने कहा कि हालांकि सूर्य के देर से आने से हमारे सौरमंडल के ग्रहों के विकास को असल में बढ़ावा मिला होगा।
तारों के सृजन के बाद में हाइड्रोजन और हीलियम से भारी तत्व अधिक मात्रा में थे, क्योंकि ज्यादा भारी तारों का जीवनकाल जल्दी समाप्त हो गया था और इसके कारण तारामंडल में ऐसे पदार्थ पर्याप्त मात्रा में हो गए, जो ग्रहों और यहां तक कि पृथ्वी पर जीवन के लिए जरूरी अंश थे।
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के पास आकाशगंगा के सृजन वाले वर्षों की तस्वीरें नहीं हैं जिससे कि तारों के सृजन की तीव्र गति के इतिहास का पता लगाया जा सके इसलिए उन्होंने हमारी आकाशगंगा के द्रव्यमान वाले अन्य तारामंडलों का अध्ययन किया, जो कि ब्रह्मांड के गहन सर्वेक्षण में पाए गए थे। यह शोध 'एस्ट्रोफिजीकल जर्नल' में प्रकाशित हुआ है। (भाषा)