सैन फ्रांसिस्को । अमेरिका के शिकागो की जेल में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के मुताबिक कैदियों को 30 दिन मास्टरबेशन (हस्तमैथुन) न करने के बदले इनाम के तौर पर पिज्जा दिया जाता है।
जेल में काम करने वाली महिला कर्मचारियों का कहना है कि उन्हें शहर की सबसे बड़ी जेल में कैदियों द्वारा हस्तमैथुन और लगातार यौन उत्पीड़न की घटनाओं का सामना करना पड़ता है। ऐसे में इससे परहेज करनेवालों को पिज्जा देने से स्थिति और भी बदतर हो गई है।
इसको लेकर अब कुक काउंटी पब्लिक डिफेंडर के ऑफिस में मामला दर्ज किया गया है, जिसमें महिला क्लर्कों, असिस्टेंट अटॉर्नियों की सुरक्षा व्यवस्था की चिंताजनक स्थिति के बारे में बताया गया है।
इसमें कहा गया है कि कुक काउंटी जेल कोर्टहाउस में कार्यरत महिलाओं को अकसर पुरुष कैदियों द्वारा यौन उत्पीड़न और दुर्व्यवहार का शिकार होना पड़ता है। कुक काउंटी के जिलाप्रमुख और पब्लिक डिफेंडर का दफ्तर भी इस मामले में कुछ नहीं कर पा रहा है।
शिकायत में कहा गया है, 'महिलाएं नियमित रूप से जघन्य यौन दुर्व्यवहार को सहन करने के लिए मजबूर हैं।' आगे कहा गया है कि पुरुष कैदी यौन उत्पीड़न की धमकी देते हैं और महिला कर्मचारियों के सामने हस्तमैथुन करते हैं। शिकायत के मुताबिक जब जिलाप्रमुख से इस बारे में कहा गया तो उन्होंने इस समस्या को गंभीर और व्यापक तो बताया लेकिन इसे रोकने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया।
शिकायत के मुताबिक, स्थिति तब और खराब हो गई जब जिलाप्रमुख थॉमस डार्ट ने मुजरिमों को इनाम देने की योजना बनाई। इसके मुताबिक अगर कोई मुजरिम 30 दिन तक सार्वजनिक तौर पर हस्तमैथुन नहीं करेगा तो उसे इनाम के तौर पर पिज्जा दिया जाएगा। शिकायत में कहा गया है कि इससे उन लोगों को भी हिम्मत मिल गई जो हस्तमैथुन नहीं करते थे।
ऐसे लोग अब 30 दिन तक खुदको रोकते हैं और फिर पिज्जा लेकर हस्तमैथुन करते हैं। हालांकि, कुक काउंटी के शेरिफ डिपार्टमेंट की पॉलिसी ऑफिसर कारा स्मिथ ने इनाम के तौर पर पिज्जा बांटने के आरोपों को बकवास और पूरी तरह झूठ बताया है। पर सवाल उठता है कि जेल की महिला कर्मचारियों को क्यों शिकायत करनी पड़ी हालांकि सरकारी स्तर पर कुछ नहीं किया गया।