लंदन। रूस ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच चल रही ज़ुबानी जंग स्कूली बच्चों की लड़ाई जैसी दिख रही है।
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने कहा कि विश्व के दो शक्तिशाली देशों के नेता ऐसे लड़ रहे हैं जैसे मानों स्कूली बच्चे लड़ रहे हो। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं का दिमाग गर्म है और इन्हें शांत करने के लिए एक विराम की ज़रूरत है।
लावरोव ने कहा कि शांत रहकर उत्तर कोरिया के परमाणु सैन्यकरण को देखना अस्वीकार्य है लेकिन साथ ही कोरिई प्रायद्वीप में युद्ध छेड़ना भी अस्वीकार्य है। राजनीतिक प्रक्रिया के माध्यम से मौजूदा संकट से निपटा जाना चाहिए और यही संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद की प्रक्रिया का अहम हिस्सा भी है।
हाल के समय में ट्रंप और किम के बीच तीखी बयानबाज़ी देखने को मिल रही है। दोनों नेता एक दूसरे पर खूब जुबानी हमला कर रहे हैं और एक दूसरे को सनकी तथा पागल तक कह रहे हैं। जहां एक तरफ किम का कहना कि ट्रंप की हताशा से उन्हें यकीन हो गया है कि उत्तर कोरिया द्वारा हथियारों को विकसित करना सही है। वहीं दूसरी तरफ ट्रंप का कहना है कि अगर अमेरिका को अपनी रक्षा करनी है तो उसे उत्तर कोरिया को नष्ट करना होगा।
रूसी विदेश मंत्री ने कहा, 'चीन के साथ मिलकर हम तार्किक रवैया अपनाएंगे न की भावुक रवैया। लेकिन जब स्कूली बच्चे लड़ना शुरू कर देते हैं तब उन्हें कोई नहीं रोक सकता है।'
रूस के अलावा जापान ने भी किम के बयान की आलोचना करते हुए कहा है कि उत्तर कोरिया का बयान और उसका व्यवहार इस क्षेत्र और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने कहा उत्तर कोरिया को खतरनाक दिशा में नहीं जाना चाहिए। (वार्ता)