दुनिया के देशों के लिए बढ़ती जनसंख्या एक बड़ा संकट है तो वहीं क्षेत्रफल के लिहाज से दुनिया का सबसे बड़ा देश रूस भी घटती जन्म दर से जूझ रहा है। ऐसे में वह जनसंख्या बढ़ाने के लिए नीतियां बना रहा है। रूस देश में घटती जन्म दर से निपटने के लिए सेक्स मंत्रालय बनाने पर विचार कर रहा है। मॉस्को में सरकारी अधिकारी महिलाओं के निजी जीवन की गहराई से जांच कर रहे हैं।
अजीबोगरीब प्रस्ताव : जन्म दर बढ़ाने के लिए कई अजीबोगरीब प्रस्तावों पर चर्चा की जा रही है। इनमें से एक योजना के के मुताबिक रात 10 बजे से सुबह 2 बजे तक इंटरनेट और बिजली बंद करने की बात हो रही है, ताकि लोग इन घंटों में अपने रिश्तों पर ध्यान दें और बच्चे पैदा करने की दिशा में आगे बढ़ें।
डेट से शादी तक सरकारी मदद : प्रस्ताव में गृहिणियों को उनके घरेलू कामों के लिए वेतन देने की बात है, जो उनकी पेंशन में गिना जाएगा। इसके अलावा, पहली डेट के लिए सरकार 5,000 रूबल (लगभग 40 पाउंड) की आर्थिक सहायता भी प्रदान कर सकती है, ताकि जोड़े अपने रिश्तों को आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित हो सकें।
सरकारी खर्च पर जोड़ों के लिए शादी की रात के होटल में ठहरने की सुविधा भी देने का प्रस्ताव है, जिसकी लागत लगभग 26,300 रूबल (लगभग 208 पाउंड) होगी। विभिन्न क्षेत्रों में भी लोगों को बच्चे पैदा करने के लिए प्रोत्साहित करने के अलग-अलग उपाय लागू किए जा रहे हैं।
खबारोवस्क में 18 से 23 साल की उम्र की महिला छात्रों को बच्चे पैदा करने पर 900 पाउंड तक की राशि दी जा रही है जबकि चेल्याबिंस्क में पहली संतान के लिए यह राशि 8,500 पाउंड तक है।
प्रस्तावों की पूरी दुनिया में चर्चा : जनसंख्या वृद्धि के लिए इस प्रकार के कदम उठाए जाने से देश में एक अलग प्रकार का सामाजिक और सांस्कृतिक विमर्श शुरू हो गया है। क्या रूस में सेक्स मंत्रालय बनाकर जनसंख्या संकट का समाधान ढूंढा जा सकेगा? यह देखना अभी बाकी है, परंतु इतना तय है कि यह पहल पूरे विश्व में चर्चा का विषय बन चुकी है।
यूक्रेन युद्ध का पड़ा असर : यह पहल ऐसे समय में की गई है जब रूसी अधिकारी देश की जनसंख्या गिरावट को रोकने के पुतिन के आह्वान के लिए कई पॉलिसी बना रहे हैं, जो यूक्रेन में युद्ध की वजह से और भी बदतर हो गई है। लगभग तीन साल से चल रहे इस युद्ध में रूस और यूक्रेन दोनों को बड़े पैमाने पर जनहानि हुई है। Edited by : Sudhir Sharma