खाद्य सहायता के बावजूद कुपोषण के शिकार हैं रोहिंग्या

Webdunia
रविवार, 7 जनवरी 2018 (09:37 IST)
ढाका। संयुक्त राष्ट्र के ताजा अध्ययन में पता चला है कि बांग्लादेश में हाल में आए 90 प्रतिशत रोहिंग्या शरणार्थी आपात खाद्य सहायता मिलने के बावजूद कुपोषण के शिकार हैं।
 
संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने बताया कि विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) रोहिंग्या आपात जोखिम मूल्यांकन और खाद्य सुरक्षा क्षेत्र के सहयोगियों ने गत वर्ष नवंबर और दिसंबर में अच्छे और विविध संतुलित आहार की सीमित पहुंच पर चिंता जाहिर की थी।
 
हक ने कहा करीब 90 हजार लोगों को डब्ल्यूएफपी के ई-वाउचर कार्यक्रम से जोड़ा गया है, जिसके अंतर्गत उन्हें प्री-पेड डेबिट कार्ड दिया जाता है। इस कार्ड में उपलब्ध धनराशि से चावल, ताजे सब्जी, अंडे, सूखे मछली समेत कई तरह के खाद्य सामग्री खरीद सकते हैं।
 
उन्होंने कहा कि नवागंतुक शरणार्थियों के लिए डब्ल्यूएफपी का खाद्य वितरण कार्यक्रम बढ़ाया जाएगा, जिससे उन्हें चावल, तेल और मसूर की दाल मिल सके। यह आधारभूत कैलोरी देने के लिए आपात वितरण प्रणाली है, लेकिन इस आहार में विविधता की कमी है। अध्ययन के अनुसार आजीविका सहायता कार्यक्रम को बढ़ाने की सिफारिश की गई है। (वार्ता) 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

tirupati laddu पर छिड़ी सियासी जंग, पशु चर्बी के दावे पर तेदेपा-वाईएसआरसीपी आमने-सामने

Kolkata Doctor Case : जूनियर डॉक्‍टरों ने खत्‍म की हड़ताल, 41 दिन बाद लौटेंगे काम पर

कटरा चुनावी रैली में कांग्रेस-नेकां पर गरजे PM मोदी, बोले- खून बहाने के पाकिस्तानी एजेंडे को लागू करना चाहता है यह गठबंधन

Mangaluru : 2 सिर और 4 आंख वाला दुर्लभ बछड़ा पैदा हुआ, देखने के लिए उमड़ा हुजूम

वन नेशन वन इलेक्शन में दक्षिण भारत पर भारी पड़ेगा उत्तर भारत?

सभी देखें

नवीनतम

जयराम रमेश का सवाल, गांधी और गोडसे के बीच कहां खड़े हैं मोदी?

सुप्रीम कोर्ट का यूट्यूब चैनल हैक, हैकर्स ने चलाया क्रिप्टोकरेंसी से जुड़ा वीडियो

स्कूल से लौट रही आदिवासी नाबालिग से गैंगरेप, आरोपियों की तलाश जारी

प्रियंका गांधी का बड़ा बयान, आज की राजनीति में जहर घुल चुका है

शाह ने दी नक्सलियों को हथियार छोड़ने की चेतावनी, वरना परिणाम भुगतने को रहें तैयार

अगला लेख
More