इस्लामाबाद। पाकिस्तान की सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के नेता और पंजाब प्रांत के कानून मंत्री राणा सनाउल्लाह ने जमात-उद-दावा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के साथ पाकिस्तान सरकार की मिलीभगत होने का खुलासा किया।
'द एक्सप्रेस ट्रिब्यून' के मुताबिक राणा ने बीबीसी उर्दू को दिए साक्षात्कार में कहा कि इन आतंकी संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई नहीं हो सकती है, क्योंकि इनकी गतिविधियों में पाकिस्तान सरकार खुद शामिल है।
भारत विरोधी इन आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने को लेकर सवाल पूछे जाने के बारे में राणा ने कहा कि यदि आपका मतलब जमात और जैश से है तो सरकार ने उन्हें प्रतिबंधित संगठन घोषित कर रखा है। अब वे प्रांत में किसी तरह की गतिविधि को अंजाम नहीं दे सकते।
कानून मंत्री से जब इन संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने इस तरह की संभावना को खारिज कर दिया। राणा ने कहा कि आप कैसे उन संगठनों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई कर सकते हैं, जब सरकार खुद उनकी गतिविधियों में शामिल हो।
गौरतलब है कि जमात का मुखिया मुंबई हमलों का मास्टरमाइंड हाफिज सईद है, वहीं जैश का नेतृत्व पठानकोट एयरबेस हमले का मास्टरमाइंड मसूद अजहर करता है। अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र की ओर से प्रतिबंधित इन संगठनों को मदद के आरोपों को पाकिस्तान पहले भी खारिज कर चुका है, लेकिन राणा के खुलासे से अब पाकिस्तान पर इन आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने को लेकर अंतरराष्ट्रीय दबाव बढ़ने की उम्मीद है। (वार्ता)