अमेरिका की अफगानिस्तान नीति से पाकिस्तान चिंतित, सता रहा है इस बात का डर

Webdunia
शुक्रवार, 25 अगस्त 2017 (08:41 IST)
इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने अफगान युद्ध में उसे ‘बलि का बकरा’ बनाए जाने के खिलाफ अमेरिका को आगाह किया। साथ ही, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टिप्पणी को खारिज कर दिया कि यह आतंकवादियों को सुरक्षित पनाहगाह मुहैया कर रहा।
 
राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की पांच घंटे चली लंबी बैठक के बाद प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने कहा कि पाकिस्तान पर अमेरिका का रूख एक ‘गंभीर विषय है। शीर्ष नागरिक एवं सैन्य नेतृत्व ने पाकिस्तान को बलि का बकरा बनाने के खिलाफ अमेरिका को आगाह किया है और कहा कि इससे अफगानिस्तान में स्थिरता कायम रखने में मदद नहीं मिलेगी।
 
समिति ने कहा कि अफगानिस्तान के अंदर जटिल मुद्दे और आतंरिक परिस्थितियां न सिर्फ पाकिस्तान को बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक गंभीर चुनौती पेश कर सकता है।
 
प्रधानमंत्री शाहिद खाकान अब्बासी ने सैन्य एवं राजनीतिक नेतृत्व की शीर्ष-स्तरीय बैठक अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के इस आरोप पर संयुक्त जवाब तैयार करने के लिए बुलाई थी कि पाकिस्तान आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह बना हुआ है।
 
आंतरिक मामलों के मंत्री अहसन इकबाल, विदेश मंत्री ख्वाजा आसिफ, जॉइंट चीफ ऑफ स्टाफ कमिटी के अध्यक्ष जुबैर हयात, थलसेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा, वायुसेना अध्यक्ष एसीएम सोहैल अमन और नौसेना प्रमुख एडमिरल मुहम्मद जकाउल्ला सहित कई अन्य शीर्ष अधिकारियों ने ‘पीएम हाउस’ में हुई बैठक में हिस्सा लिया।
 
डॉन न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान और दक्षिण एशिया के बाबत राष्ट्रपति ट्रंप के नए रुख पर संयुक्त जवाब तैयार करने को लेकर यह राष्ट्रीय सुरक्षा बैठक हुई। अपने नए रुख के मुताबिक ट्रंप ने आतंकवाद में संलिप्तता पर पाकिस्तान को निशाना बनाया है।
 
सोमवार को अपने भाषण में ट्रंप ने कहा था, 'हम पाकिस्तान को अरबों डॉलर का भुगतान करते आए हैं और वे उन्हीं आतंकवादियों को पनाह दे रहे हैं जिनसे हम लड़ रहे हैं।' कमांडर-इन-चीफ के तौर पर अपने पहले औपचारिक संबोधन में अफगानिस्तान में 16 साल लंबे युद्ध पर अपनी नीति प्रस्तुत करते हुए ट्रंप ने कहा था कि पाकिस्तान को अराजकता के एजेंटों को सुरक्षित ठिकाने की पेशकश बंद करना चाहिए।
 
रिपोर्ट के मुताबिक, प्रधानमंत्री अब्बासी ने अमेरिका के रुख में आए बदलाव पर अब तक जवाब नहीं दिया है। अमेरिकी राजदूत डेविड हेल ने कल थलसेना प्रमुख जनरल बाजवा से मुलाकात कर अमेरिका की नई दक्षिण एशिया नीति से उन्हें अवगत कराया था ।
 
जनरल बाजवा ने कहा था, 'हम अमेरिका से किसी सामग्री या वित्तीय सहायता की नहीं बल्कि भरोसे, समझ और हमारे योगदानों को स्वीकार करने की मांग कर रहे हैं।'
 
ट्रंप के भाषण के एक दिन बाद मंगलवार को राजदूत हेल ने ख्वाजा आसिफ से भी मुलाकात की थी और उन्हें अफगानिस्तान एवं दक्षिण एशिया पर अमेरिका की नई नीति से अवगत कराया था। (भाषा) 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

1000km दूर बैठा दुश्मन पलक झपकते तबाह, चीन-पाकिस्तान भी कांपेंगे, लैंड अटैक क्रूज मिसाइल का सफल परीक्षण

उद्धव ठाकरे की 2 दिन में 2 बार चेकिंग से गर्माई महाराष्ट्र की सियासत, EC ने कहा- शाह और नड्डा की भी हुई जांच

महाराष्ट्र में विपक्ष पर बरसे मोदी, कहा अघाड़ी का मतलब भ्रष्टाचार के सबसे बड़े खिलाड़ी

Ayushman Card : 70 साल के व्यक्ति का फ्री इलाज, क्या घर बैठे बनवा सकते हैं आयुष्मान कार्ड, कैसे चेक करें पात्रता

बोले राहुल गांधी, भाजपा ने जितना पैसा अरबपति मित्रों को दिया उससे ज्यादा हम गरीब और किसानों को देंगे

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: झारखंड में 11 बजे तक 29.31 फीसदी मतदान, वायनाड में 27.04 प्रतिशत वोटिंग

जम्मू कश्मीर में महसूस हुआ 5.2 तीव्रता का भूकंप, जानमाल का कोई नुकसान नहीं

श्रीनगर के पास ग्रेनेड हमले में घायल हुई 45 वर्षीय महिला ने श्रीनगर के अस्पताल में दम तोड़ा

विजयपुर में शांति पूर्वक मतदान के लिए कांग्रेस व भाजपा प्रत्याशी नजरबंद, कलेक्टर ने फायरिंग की खबरों को किया खंडन

बुलडोजर एक्शन पर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, गलत कार्रवाई पर अफसर के खिलाफ सख्ती

अगला लेख
More