लाहौर। लंदन में गले के कैंसर का इलाज करा रहीं पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की पत्नी कुलसूम नवाज अपनी बीमारी के बावजूद 17 सितंबर को लाहौर से नेशनल असेंबली के होने वाले उपचुनाव में किस्मत आजमाएंगी।
शरीफ के राजनीतिक सचिव सीनेटर आसिफ करमानी ने कहा, एनए-120 सीट से बेगम कुलसूम के हटने के बारे में कोई बातचीत प्रस्तावित नहीं है। वे चुनाव लड़ेंगी और पार्टी कार्यकर्ता उनके लिए प्रचार करेंगे।
उन्होंने कहा कि हो सकता है कि वे गले के कैंसर के कारण चुनाव प्रचार में भाग नहीं ले पाएं, लेकिन वह निश्चित रूप से चुनाव लड़ेंगी और जीतेंगी। अटकलें हैं कि करीब 65 साल की कुलसूम 17 सितंबर को होने वाले उपचुनाव में जीतकर शाहिद खाकान अब्बासी की जगह नई प्रधानमंत्री बन सकती हैं।
उच्चतम न्यायालय ने पनामा पेपर्स मामले में 28 जुलाई को शरीफ को अयोग्य करार दिया था जिसके बाद लाहौर सीट खाली हो गई थी। डॉ. करमानी के मुताबिक, बेगम कुलसूम के कैंसर का इलाज हो सकता है। डॉक्टर आने वाले दिनों में उनका उपचार शुरू करेंगे।
पाकिस्तान के चुनाव आयोग ने कुलसूम के चुनाव प्रचार में कथित रूप से सरकारी मशीनरी का इस्तेमाल करने पर आज संघीय वाणिज्य मंत्री परवेज मलिक को नोटिस जारी किया। तीन दिन में उनसे जवाब मांगा गया है।
पीएमएल-एन नेतृत्व ने कुलसूम का प्रचार अभियान चलाने की जिम्मेदारी अधिकृत रूप से मलिक को दी थी। पीएमएल-एन के एक वरिष्ठ नेता के मुताबिक कुलसूम की बेटी मरियम नवाज अपनी मां का चुनाव प्रचार अभियान संभालेंगी। उन्होंने कहा कि मरियम अपने चाचा और पंजाब के मुख्यमंत्री शाहबाज शरीफ से भी प्रचार में पूरी तरह सहयोग की उम्मीद कर रही हैं। (भाषा)