लंदन। ब्रिटेन की राजधानी लंदन में एक ब्रिज पर वैन दौड़ाकर 8 लोगों को कुचलने वाले आईएस आतंकवादियों की और अधिक लोगों की जान लेने की योजना थी।
इसके लिए उन्होंने 7.5 टन वजन ढोने वाला मध्यम दर्जे का ट्रक किराए पर लेने की कोशिश की थी लेकिन पैसे की कमी से वे सफल नहीं हुए थे। अगर ट्रक हमलावरों को मिल जाता तो निश्चित रूप से 3 जून को लंदन में हुआ हमला ज्यादा दर्दनाक हो सकता था।
लंदन पुलिस की आतंकवाद निरोधक इकाई के प्रमुख कमांडर डीन हेडन ने बताया कि हमलावरों ने जिस वैन का इस्तेमाल किया, उसके पिछले हिस्से में पेट्रोल बम भी रखे हुए थे लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं हुआ। लोगों को कुचलने के बाद तीनों आतंकवादियों ने सिरेमिक से बने छुरों से बोरो मार्केट इलाके में लोगों पर हमला किया। उनका ठिकाना रहे बार्किग इलाके के कमरे से कुरान भी मिली है जिसका शहादत से संबंधित अध्याय वाला पन्ना खुला हुआ था।
हेडन ने बताया कि जांच में हमले के पीछे कोई बड़ा नेटवर्क नहीं पाया गया है लेकिन यह जांच की जा रही है कि अलग-अलग पृष्ठभूमि के तीनों हमलावर कैसे आपस में मिले? उनका कैसे आपस में परिचय हुआ और उन्होंने इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया।
गौरतलब है कि लंदन ब्रिज और बोरो मार्केट पर हुए हमलों में 8 लोग मारे गए थे और 50 घायल हुए थे। मारे गए लोगों में 3 फ्रांसीसी, 2 ऑस्ट्रेलियाई और 1-1 स्पेन, कनाडा और ब्रिटेन के थे। (वार्ता)