अमेरिका में स्पाइडर मैन बनकर बच्चों के हॉस्पिटल की सफाई करने वाले एक शख्स को बच्चों के अश्लील वीडियो बनाकर उसे ऑनलाइन बेचने के आरोप में कोर्ट ने 105 साल की सजा सुनाई है।
डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह शख्स स्पाइडर मैन बनकर पहले बच्चों का अश्लील वीडियो बनाता था फिर उसे ऑनलाइन बेच देता था। अदालत ने इस मामले में उसे दोषी मानते हुए 105 साल की सजा सुनाई। साथ ही उसे पीड़ित बच्चों को 31 हजार डॉलर यानी करीब 20 लाख रुपए का हर्जाना भी देने को कहा।
रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के नैशविले निवासी जराट टर्नर साल 2014 में उस समय सुर्खियों में आया था जब उसने पहली बार स्पाइडरमैन जैसे कपड़े पहन हॉस्पिटल के कांच साफ किए थे। इसके बाद से ही उसे नैशविले का 'स्पाइडर मैन' कहा जाने लगा था।
टर्नर ने इंटरनेट पर कई वीडियो डाले और उस पर लिखा कि मुझे बच्चे सबसे ज्यादा प्यारे लगते हैं और उम्मीद है कि आपको भी ये वीडियो देखने के बाद इन बच्चों पर प्यार आएगा। ये बात इस शख्स की मानसिकता को दर्शाता है कि ये किस तरह से छोटे बच्चों को देखता था।
जांच में सामने आया कि आरोपी ने अपने घर की बेसमेंट में एक 10 साल की लड़की और 12 साल के लड़के का वीडियो बनाया था। वीडियो बनाने के दौरान वह बच्चों के साथ छेड़छाड़ भी करता था।