महान वैज्ञानिक आइजक न्यूटन के हस्तलिखित लेखों की लंदन में जल्द ही नीलामी होने जा रही है। इन लेखों से पता चलता है कि उस वक्त न्यूटन के दिमाग में क्या चल रहा था।
नीलामीकर्ता क्रिस्टीज ने मंगलवार को बताया कि इन पन्नों पर आइजैक न्यूटन ने प्रिंसिपिया पर किए अपने कार्य को संक्षेप में उतारा है। प्रिन्सिपिया या फिलॉसफी नेचुरालिस प्रिंसिपिया मैथेमैटिका (प्राकृतिक दर्शन के गणितीय सिद्धान्त) में गुरुत्वाकर्षण और गति के सिद्धांतों का वर्णन है।
1687 में छपी यह किताब लातिन भाषा में है। यह किताब तीन भागों में विभाजित है। इसी पुस्तक में न्यूटन के गति के नियम, न्यूटन का गुरुत्वाकर्षण का नियम और केप्लर के ग्रहीय गति के नियमों की उत्पत्ति बताई गई थी। प्रिंसपिया को विज्ञान के इतिहास के सर्वाधिक महत्वपूर्ण किताबों में गिना जाता है। किताब के पहले संस्करण की नीलामी 2016 में 37 लाख डॉलर में हुई थी। लंदन में क्रिस्टीज में किताबों और हस्तलिखित दस्तावेजों के प्रमुख थॉमस वेनिंग ने कहा कि यह किताब ब्रह्मांड के बारे में हमारी समझ को नया आधार देगी
लेखों के आधे भाग से इसका दूसरा संस्करण निकाले जाने की योजना है। इनमें स्कॉटलैंड के गणितज्ञ और खगोल विज्ञानी डेविड ग्रेगरी की टिप्पणियां और डायग्राम शामिल हैं। न्यूटन 1690 के दशक में जब प्रिंसिपिया पर काम कर रहे थे तभी इन दोनों वैज्ञानिकों की मुलाकात हुई थी। हालांकि अब लोगों में इस बात की दिलचस्पी बढ़ गई है कि नीलामी कितने तक में होती है। जिससे काफी अहम जानकारियां मिलने का अनुमान है।
आइजक न्यूटन इंग्लैंड के वैज्ञानिक थे, जिन्हें उनके गुरुत्वाकर्षण का नियम और गति के सिद्धांत की खोज के लिए जाना जाता है। वैज्ञानिक होने के साथ ही वह गणितज्ञ, भौतिक वैज्ञानिक और ज्योतिष एवं दार्शनिक भी थे। ऐसा कहा जाता है कि उन्होंने बाइबिल हेर्मेनेयुटिक्स पर अधिक लिखा था लेकिन फिर भी वह प्राकृतिक विज्ञान को लेकर ज्यादा जाने जाते है।