irans khamenei vows harsh punishment for israel after haniyeh killing : ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने इजराइल से हमास नेता इस्माइल हनिया की हत्या का बदला लेने की कसम खाई है। खामेनेई ने कहा कि ईरान की राजधानी तेहरान में तड़के हुए हवाई हमले में इस्माइल हनिया के मारे जाने के बाद इजराइल ने अपने लिए कठोर सजा खुद तैयार कर ली है।
अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक बयान में कहा कि उसका बदला लेना हमारा कर्तव्य है। हानिया हमारी सरजमीं पर एक प्रिय मेहमान थे। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान ने तेहरान में हमास नेता हानिया की हत्या की कड़ी निंदा की है।
मिसाइल से हमला : रिपोर्ट में कहा गया है कि उत्तरी तेहरान में स्थित इस्माइल हनिया के घर पर करीब 2:00 बजे मिसाइल से हमला किया गया। इस आतंकवादी अभियान के विवरण, खासकर उस स्थान का पता लगाने के लिए आगे की जांच चल रही है, जहां से मिसाइल दागा गया था।
क्या बोले राष्ट्रपति : पेजेशकियान ने सोशल मीडिया मंच 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा कि उनका देश अपनी क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करेगा और (हानिया की मौत के लिए) जिम्मेदार लोगों को ऐसा जवाब देगा कि उन्हें अपनी करतूत पर पछतावा होगा। हमास ने हानिया की हत्या के लिए इजराइल को दोषी ठहराया है। हालांकि इस पर इजराइल की कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है।
हमास ने बताया कि हानिया संगठन के अन्य अधिकारियों, हिजबुल्ला तथा सहयोगी समूहों के अन्य अधिकारियों के साथ ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेशकियान के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लेने के लिए तेहरान में थे। हमास ने एक बयान में कहा कि हमास फलस्तीन के महान लोगों और अरब तथा इस्लामिक देशों के लोगों तथा दुनियाभर के सभी आजाद लोगों के लिए भाई इस्माइल हानिया को शहीद घोषित करता है।
बुलाई गई इमरजेंसी बैठक : ईरान सरकार ने हनिया की मौत पर तीन दिनों के सार्वजनिक शोक की घोषणा की है। ईरान की सरकारी मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक ईरान की संसद की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ने हनिया की हत्या के मुद्दे पर आपातकालीन बैठक बुलाई है। अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स ने ईरानी अधिकारियों के हवाले से अपनी रिपोर्ट में बताया है कि ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के आवास पर राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की इमरजेंसी बैठक बुलाई है।
पछताना पड़ेगा : ईरान ने इस हमले को कायरतापूर्ण बताते हुए कहा है कि यह देश की क्षेत्रीय अखंडता, गरिमा और सम्मान के खिलाफ है और इस आतंकवादी कार्रवाई में शामिल ताकतों को पछताना पड़ेगा। ईरान और कुछ अन्य इस्लामिक देशों के नेताओं ने प्रतिक्रिया देते हुए इस हमले के लिए यहूदियों (इजरायल) को जिम्मेदार ठहराया गया है, लेकिन अभी तक किसी ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है। कुछ रिपोर्टों में कहा गया है कि हमास प्रमुख के तेहरान स्थित ठिकाने पर मिसाइल से हमला किया गया था, जिनमें उनका एक अंगरक्षक भी मारा गया है।
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Images of Imam Khamenei's meetings with Martyr #Haniyeh
— Khamenei Media (@Khamenei_m) July 31, 2024
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एक्स पर फोटो को किया पोस्ट : अपनी और हनिया के बीच हुई मुलाकात की तस्वीर पोस्ट की है और कुरान की आयत का हवाला देते हुए कहा है कि ईश्वर सर्वशक्तिमान है। वह प्रतिशोध लेगा।
उन्होंने कहा कि आज, ईरान फिलिस्तीनियों की ओर से लड़ने वाले बहादुर नेता, अल-काउद के शहीद, हज इस्माइल हनिया के निधन पर शोक मना रहा है। ईरान अपनी क्षेत्रीय अखंडता, गरिमा और सम्मान की रक्षा करेगा और आतंकवादी आक्रमणकारियों को अपनी इस कायरतापूर्ण कार्रवाई पर पछताना पड़ेगा।”
इन देशों ने भी की निंदा : ईरान के अलावा कतर, तुर्की सहित विभिन्न देशों ने भी हनीयेह की हत्या की निंदा की है। कतर ने कहा कि हनिया की हत्या एक जघन्य अपराध है, एक खतरनाक कृत्य है और अंतरराष्ट्रीय तथा मानवीय कानूनों का स्पष्ट उल्लंघन है,। यह शांति प्राप्त करने की संभावना को नष्ट कर देगी। तुर्की के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह हत्या इस समय चल रहे युद्ध का हिस्सा है।
लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने कहा, “हम हनीयेह की हत्या की निंदा करते हैं। इससे क्षेत्रीय शांति को खतरा और वैश्विक चिंता बढ़ गयी है। रूस ने हनीयेह की हत्या को राजनीतिक अपराध बताते हुए कहा कि यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। ईरानी मीडिया की रिपोर्टों में कहा गया है कि हनीयेह के घर पर हवाई हमला किया गया था। इनपुट एजेंसियां