वॉशिंगटन/तेहरान। ईरान द्वारा मिसाइल हमले 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत के दावे के उलट अमेरिका की ओर से ऐसी खबरें आ रही हैं कि इस हमले में एक भी अमेरिकी सैनिक की जान नहीं गई है। हालांकि इस बारे में तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो अमेरिकी सैनिकों को मिसाइलों के बारे में तब पता चल गया था, जब वे करीब 600 किलोमीटर दूर थीं। दरअसल, पेंटागन को पहले ही इस मिसाइल हमले की भनक लग गई थी और उसने इराक में तैनात अपने सभी सैनिकों को चेता दिया था। इसी का फायदा उठाकर अमेरिकी सैनिक बंकरों में छुप गए और उनकी जान बच गई।
जानकारी तो यह भी है कि इराक के पीएम अब्देल को हमले से पहले तेहरान से फोन पर जानकारी मिल गई थी कि अमेरिकी सैन्य ठिकानों पर हमला होने वाला है। यह भी समझा जा रहा है कि इराकी पीएम के जरिए यह सूचना अमेरिका तक पहुंची और उसने सैनिकों तक यह जानकारी पहुंचा दी।
हालांकि ईरान और अमेरिका दोनों ही अपने-अपने दावों पर कायम है। जब तक कोई अधिकृत जानकारी नहीं आती तब तक इस रहस्य पर पर्दा ही पड़ा रहेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्र को संबोधित करने वाले हैं। संभव इस संबोधन में इस संबंध में कोई खुलासा करें।
उल्लेखनीय है कि ईरान ने दावा किया है कि उसने इराक स्थित अमेरिका के दो सैन्य ठिकानों को लक्ष्य बनाकर 22 मिसाइलें दागीं, जिसमें 80 अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई।