संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देशों ने भारी समर्थन के साथ 2021-22 के लिए सुरक्षा परिषद की गैर-स्थायी सीट के लिए भारत का चुनाव किया। भारत को मिले 192 वैध वोटों में से 184 मिले। यह जानकारी संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने दी। भारत आठवीं बार संयुक्त राष्ट्र के शक्तिशाली 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में शामिल हुआ है।
भारत ने एशिया-प्रशांत श्रेणी से एक गैर-स्थायी सदस्य के रूप में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद चुनाव जीता है। भारत 2021-22 के कार्यकाल के लिए एशिया-प्रशांत श्रेणी से गैर-स्थायी सीट के लिए एकमात्र उम्मीदवार था। इससे पहले भी भारत को 7 बार 2-2 साल के लिए चुना जा चुका है। 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद में 5 स्थायी सदस्य देश हैं।
193 सदस्यीय संयुक्त राष्ट्र महासभा में महासभा के 75वें सत्र यह चुनाव भारतीय समयानुसार आधी रात गुजर जाने के बाद हुए। भारत पहली बार 1950 में गैर-स्थायी सदस्य के रूप में चुना गया था।
सुरक्षा परिषद की गैर-स्थायी सीट के लिए भारत का 8वीं बार चुना जाना इसलिए भी तय था क्योंकि वह एशिया-प्रशांत श्रेणी से एकमात्र उम्मीदवार था। भारत की उम्मीदवारी को सर्वसम्मति से पिछले साल जून में चीन और पाकिस्तान समेत 55 सदस्यीय एशिया-प्रशांत समूह द्वारा समर्थन दिया गया था।
सनद रहे कि भारत आखिरी बार 2011 में चुना गया था। संयुक्त राष्ट्र महासभा हर साल 2 साल के कार्यकाल के लिए 5 गैर-स्थायी सदस्यों (कुल 10 में से) का चुनाव करती है। 10 गैर-स्थायी सीटें क्षेत्रीय आधार पर वितरित की जाती हैं, जिसमें अफ्रीकी और एशियाई देशों के लिए 5, पूर्वी यूरोपीय देशों के लिए 1, लैटिन अमेरिकी और कैरेबियन देशों के लिए 2 और पश्चिमी यूरोपीय और अन्य देशों के लिए 2 सीट निर्धारित की गई है।