इस्लामाबाद। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने सोमवार को पूरे राष्ट्र को आश्वस्त किया कि सहिवाल घटना में दोषी पाए जाने वालों को ऐसी सजा दी जाएगी जो एक नजीर बने। खान ने एक ट्वीट में घटना को लेकर लोगों के गुस्से और आक्रोश को भी जायज ठहराया।
उन्होंने कहा, मैं देश को भरोसा दिलाता हूं कि जब मैं कतर से लौटकर आऊंगा तो घटना के दोषी को असाधारण सजा दी जाएगी तथा पंजाब पुलिस की पूरी व्यवस्था की भी समीक्षा करके इसमें सुधार की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी।
गौरतलब है कि सहिवाल में शनिवार को पंजाब पुलिस के साथ हुई कथित मुठभेड़ में एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने कहा कि उन्होंने आतंकवादी संगठन दाएश के कमांडर समेत तीन अन्य को मार गिराया।
घटना के प्रत्यक्षदर्शियों और तीन बच्चों ने सीटीडी के दावे के उलट कहा कि मुठभेड़ में उनके माता-पिता और उनकी बहन को गोली मारी गई। प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि कार में बैठे लोगों ने अधिकारियों पर गोलियां नहीं चलाईं और न ही कार से विस्फोटक बरामद किए गए।
पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार के आदेश पर इस मुठभेड़ में शामिल सीटीडी अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना के अगले ही दिन खान ने गलत कार्यों में लिप्त लोगों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी। खलील, उसकी पत्नी नबीला और उनकी बेटी अरीबा तथा पड़ोसी जीशान को रविवार की शाम सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
सीटीडी ने मुठभेड़ में दंपति और उनकी बेटी के मारे जाने पर दुख जताते हुए कहा कि वे वास्तव में जीशान का पीछा कर रहे थे जो कार के पीछे छिपा हुआ था। जीशान आतंकवादियों को सुविधाएं मुहैया कराता था। उन्होंने कहा कि शनिवार की रात को ही गुजरांवाला में सीटीडी के साथ मुठभेड़ में मारे गए दो आतंकवादी काशिफ और अब्दुल रहमान भी जीशान के सहयोगी थे।
सहिवाल पुलिस ने रविवार को खलील के भाई मुहम्मद जलील के शिकायत पर हत्या और आतंकवाद के आरोपों में सीटीडी के 16 अज्ञात अधिकारियों के विरुद्ध मामला दर्ज किया। प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक खलील को 13 गोलियां लगी हैं, नबीला को चार, अरीबा को छह तथा जीशान को 10 गोलियां लगी हैं। इस बीच सीटीडी ने भी संदिग्ध आतंकवादियों के विरुद्ध हत्या के प्रयास, हत्या, आतंकवाद और अन्य मामले दर्ज किए गए हैं।
वकीलों और व्यापारियों ने किया प्रदर्शन : पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के सहिवाल शहर में हुई फर्जी पुलिस मुठभेड़ को लेकर पूरे पंजाब प्रांत में सोमवार को वकीलों, व्यापारियों ने प्रदर्शन किया। पाकिस्तान के स्थानीय चैनल जियो न्यूज के अनुसार बहावलपुर, बहवलपुरनगर, मुजफ्फरगढ़, वेहारी, खानेवाल और डेरा गाजी खान में बार एसोशिएसन ने मुठभेड़ में हुई मौतों के खिलाफ हड़ताल की। कमालिया, तोबा टेक सिंह में भी हड़ताल की गई।
वकील मुठभेड़ में हुई मौतों के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। पेशावर में भी वकील खैबर पख्तुनख्वा बार काउंसिल के आह्वान पर उच्च न्यायालय और स्थानीय न्यायालयों की कार्रवाई का बहिष्कार कर रहे हैं। बुरेवाला और वेहारी में व्यापारियों की हड़ताल हैं।
गौरतलब है कि सहिवाल में शनिवार को हुई कथित मुठभेड़ में एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई थी। पाकिस्तान के आतंकवाद निरोधक विभाग (सीटीडी) ने कहा कि उन्होंने आतंकवादी संगठन दाएश के कमांडर समेत तीन अन्य को मार गिराया। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों और तीन बच्चों ने सीटीडी के दावे के उलट कहा कि मुठभेड़ में उनके माता-पिता और उनकी बहन को गोली मारी गई।
प्रत्यक्षदर्शियों ने दावा किया कि कार में बैठे लोगों ने अधिकारियों पर गोलियां नहीं चलाईं और न ही कार से विस्फोटक बरामद किए गए। पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार के आदेश पर इस मुठभेड़ में शामिल सीटीडी अधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है।