उत्तर कोरिया और अमेरिका के बीच लगातार चल रही गहमा गहमी के बीच सबकी नजरें चीन पर लगी हुई है। चीनी अखबार ग्लोबल का मानना है कि अगर अमेरिका और उत्तर कोरिया अगर सत्ता परिवर्तन के इरादे से उत्तर कोरिया पर हमला करते हैं तो चीन को चुप नहीं रहना चाहिए। उसे इस हमले को रोकने के लिए हस्तक्षेप करना चाहिए।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि चीन के हित प्रभावित होंगे तो वह उत्तर कोरिया में यथास्थिति में बदलाव को स्वीकार नहीं करेगा। हालांकि अमेरिका भी इस मामले में चीन को संदेह भरी नजरों से देखता है और इस बात के लिए उसकी आलोचना करता है कि वह उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रम के खिलाफ कोई ठोस और कड़ा कदम नहीं उठा रहा है।
अमेरिकी रक्षा मंत्री जेम्स मैटिस अब भी लगातार इस बात का प्रयास कर रहे हैं कि उत्तर कोरिया के परमाणु संकट को बातचीत के जरीए सुलझाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सैन्य विकल्प भी तैयार है लेकिन यह बहुत विनाशकारी होगा।
हालांकि अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप पहले ही साफ कर चुके हैं कि उत्तर कोरिया अपनी हरकतों से बाज नहीं आया तो वह ऐसी परेशानी में होगा जैसी बहुत कम ही राष्ट्रों ने देखी है। दूसरी तरफ उत्तर कोरिया ने प्रशांत महासागर में अमेरिकी द्वीप गुआम पर हमले की पूरी योजना को सार्वजनिक किया था।
ग्लोबल टाइम्स ने लिखा है कि इस स्थिति में चीन किसी को भी समझाने में समर्थ नहीं है लेकिन उसे यह साफ कर देना चाहिए कि अगर किसी भी कार्रवाई से चीन का हित खतरे में पड़ा तो वह मजबूती से जवाब देगा।
बहरहाल यह खबर अमेरिका, दक्षिण कोरिया, और जापान की चिंता बढ़ा सकती है जो हर हाल में उत्तर कोरिया को सबक सिखाना चाहते हैं। चीन द्वारा साथ नहीं देने की दिशा में उनकी राह आसान नहीं रहेगी।