न्यूयॉर्क। स्वीडन की ग्रेटा थनबर्ग को अमेरिका की टाइम मैगजीन ने 2019 का पर्सन ऑफ द ईयर चुना है। उन्हें 16 साल की उम्र में इस प्रतिष्ठित अवॉर्ड के लिए चुना गया। वह यह सम्मान हासिल करने वाली सबसे कम उम्र की व्यक्ति हैं।
मैगजीन ने ग्रेटा को 'पर्सन ऑफ द ईयर' चुने जाने पर लिखा कि साल भर के अंदर ही स्वीडन की 16 साल की लड़की ने अपने देश की संसद के बाहर प्रदर्शन किया और फिर दुनियाभर में युवाओं के आंदोलन का नेतृत्व किया।
ग्रेटा इस साल सितंबर में चर्चा में आईं थीं, जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन में दुनिया के शक्तिशाली नेताओं पर ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन से निपटने में नाकाम रहने का आरोप लगाया था।
पर्यावरण पुरस्कार लेने से कर चुकी है इनकार : ग्रेटा थनबर्ग ने अक्टूबर में एक पर्यावरण पुरस्कार स्वीकार करने से इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि जलवायु अभियान में आवश्यकता इस बात की है कि सत्ता में बैठे लोग पुरस्कार देने के बजाए 'विज्ञान' का अनुसरण प्रारंभ करें।
60 देशों के नेताओं को लताड़ा था : ग्रेटा थनबर्ग ने सितंबर में संयुक्त राष्ट्र जलवायु सम्मेलन को संबोधित किया था। गुस्से में नजर आ रही ग्रेटा ने 60 देशों के नेताओं पर ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन से निपटने में नाकाम हो कर अपनी पीढ़ी से विश्वासघात करने का आरोप लगाया। उन्होंने पूछा कि आपने ऐसा करने की हिम्मत कैसे की?
उन्होंने नेताओं से कहा कि आपने अपनी खोखली बातों से मेरे सपने और बचपन छीन लिए, फिर भी मैं खुशकिस्मत लोगों में शामिल हूं। लोग त्रस्त हैं, लोग मर रहे हैं, पूरी पारिस्थितिकी ध्वस्त हो रही है। हम सामूहिक विलुप्ति की कगार पर हैं और आप पैसों के बारे में तथा आर्थिक विकास की काल्पनिक कथाओं के बारे में बातें कर रहे हैं। आपने साहस कैसे किया?