बीजिंग। हांगकांग में कोरोना वायरस से एक व्यक्ति की मौत होने के बीच मंगलवार को चिकित्साकर्मियों की हड़ताल दूसरे दिन भी जारी रही।
हांगकांग के सैकड़ों चिकित्साकर्मियों ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए चीन के साथ लगने वाली सीमाओं को बंद करने की मांग को लेकर सोमवार को काम ठप कर दिया था।
सोमवार को अस्पतालों के 2,000 से अधिक चिकित्साकर्मियों के हड़ताल पर जाने के बाद देर रात हांगकांग के 2 पारगमन स्थलों को छोड़कर चीन की मुख्य भूमि से लगने वाली बाकी सभी जमीनी और समुद्री सीमाओं को बंद कर दिया गया था। मंगलवार को 9,000 चिकित्साकर्मी इस बंद में शामिल हो सकते हैं।
हांगकांग के अस्पताल प्राधिकरण ने कहा कि वह कुछ सेवाओं को बंद कर रहा है, क्योंकि बड़ी संख्या में कर्मी काम पर नहीं आए हैं और सरकारी अस्पतालों में आपात सेवाएं प्रभावित हुई हैं।
कोरोना वायरस से हांगकांग में मौत का यह पहला मामला है। मृतक हांगकांग का रहने वाला था, जो 23 जनवरी को हाईस्पीड रेल लिंक के जरिये चीन के वुहान शहर से लौटा था।
इस संक्रमण से सर्वाधिक लोगों की मौत हुबेई प्रांत में हुई है। हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान में दिसंबर में कोरोना वायरस का संक्रमण फैलना शुरू हुआ था और अब संक्रमण 20 से अधिक देशों में फैल चुका है। इस घातक कोरोना वायरस के कारण मरने वालों की संख्या 425 हो गई और इसके 20,438 मामलों की पुष्टि हुई है।
जापान में अलग रखे गए 37,000 यात्री : जापान पान ने कोरोना वायरस संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए मंगलवार को एक क्रूज में सवार सभी 3,711 यात्रियों को अलग रखने का प्रबंध किया है। सरकारी प्रवक्ता योशीहीदी सुगा ने बताया कि योकाहामा बे पर सोमवार को पहुंचे इस क्रूज में 8 लोगों को बुखार जैसे लक्षण थे।
दरअसल जापान ने यह कदम 80 वर्षीय एक व्यक्ति के वायरस से पीड़ित पाए जाने के बाद उठाया है। वह 25 जनवरी को हांगकांग पहुंचा था।