ब्रसेल्स। यूरोपीय नेताओं ने ब्रिटेन को यूरोप से जल्दी अलग करने का अभियान शुरू कर दिया है, वहीं ब्रेक्जिट संकट के वैश्विक हो जाने पर अमेरिका के शीर्ष राजनयिक जॉन कैरी चर्चाओं में भाग लेने के लिए यहां पहुंच रहे हैं।
ब्रिटेन द्वारा यूरोप को छोड़ने के पक्ष मतदान किए जाने का असर यूरोप के बाकी सदस्य देशों पर पड़ने की आशंकाओं के बीच जर्मनी की रसूखदार चांसलर एंजेला मर्केल सोमवार को बर्लिन में फ्रांस, इटली और यूरोपीय संघ के नेताओं की मेजबानी करेंगी।
यूरोपीय संघ के इतिहास के अब तक के सबसे कटु सम्मेलनों में से एक सम्मेलन मंगलवार को ब्रसेल्स में होने जा रहा है। इसमें ब्रितानी प्रधानमंत्री डेविड कैमरन को 2 साल की निकास प्रक्रिया को तत्काल शुरू करने के लिए भारी दबाव का सामना करना पड़ेगा।
लेकिन अक्टूबर तक इस्तीफा दे देने और बातचीत को अपने बाद प्रधानमंत्री बनने वाले व्यक्ति पर छोड़ने की घोषणा कर चुके कैमरन जब अपने यूरोपीय साथियों से मिलेंगे तो उनके द्वारा यूरोपीय संघ को छोड़ने के लिए अनुच्छेद 50 की प्रक्रिया को शुरू किए जाने की उम्मीद नहीं है।
सम्मेलन के दूसरे दिन यानी बुधवार को यूरोपीय संघ के अन्य 27 देश ब्रितानी प्रधानमंत्री के बिना बैठक करेंगे। अमेरिका को डर है कि उसके महत्वपूर्ण सहयोगी ब्रिटेन के यूरोपीय संघ को छोड़ने के फैसले से पश्चिमी एकता को नुकसान पहुंच सकता है। इसी बीच कैरी सोमवार को ब्रसेल्स और लंदन के लिए रवाना हो गए हैं।
कैरी ने रोम में इतालवी विदेश मंत्री पाओलो जेंटिलोनी के साथ वार्ता के बाद कहा कि एक सहयोगी के तौर पर एकजुट और मजबूत यूरोपीय संघ हमारी प्राथमिकता है, जो हमारे सामने मौजूद महत्वपूर्ण मुद्दों पर काम कर सके।
उन्होंने कहा कि ब्रेक्जिट और जिन बदलावों के बारे में सोचा जा रहा है, उनके बारे में ऐसे हितों एवं मूल्यों को ध्यान में रखकर सोचा जाना चाहिए, जो हमें यूरोपीय संघ के साथ बांधकर रखते हैं।
यूरोपीय शक्तियों के लिए ब्रिटेन का जल्द से जल्द अलग हो जाना और संघ में स्थिरता लाना प्राथमिकता है। संघ पहले ही बढ़ते यूरोपीय संघ विरोधी माहौल, प्रवासी संकट और आर्थिक परेशानियों से जूझ रहा है। (भाषा)