काबुल। अफगानिस्तान की राजधानी काबुल में राष्ट्रपति निवास और भारतीय दूतावास के निकट बुधवार को जबरदस्त विस्फोट हुआ। धमाके से 90 लोगों के मारे जाने और 365 के घायल होने की खबर है। विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि घटनास्थल से कुछ मीटर की दूरी पर स्थित भारतीय दूतवास के शीशे टूट गए।
काबुल पुलिस के प्रवक्ता बशीर मुजाहिद ने बताया कि विस्फोट जर्मन दूतावास के प्रवेश द्वार के निकट हुआ, जिसके पास कई अन्य महत्वपूर्ण परिसर और कार्यालय भी स्थित है।
विस्फोट के बाद इलाके में दहशत फैल गई। घटनास्थल से कुछ मीटर की दूरी पर स्थित सैंकड़ों घरों की खिड़कियां और दरवाजे टूट गए।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने मृतकों की संख्या की जानकारी देने के साथ-साथ यह चेतावनी दी है कि यह संख्या बढ़ भी सकती है।
मंत्रालय के प्रवक्ता वहीद मजरूह ने कहा, 'दुर्भाग्यवश मारे गए लोगों की संख्या बढ़कर 90 हो गई है और 300 से अधिक लोग घायल हैं। इनमें कई महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।' उन्होंने कहा कि मलबे में से और अधिक शव निकलने पर यह संख्या बढ़ सकती है।
बम विस्फोट से नजदीक की इमारतों की खिड़कियां चकनाचूर हो गई और अफगान की राजधानी में राष्ट्रपति पैलेस और अन्य विदेशी दूतावासों के समीप के उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र के उपर घना धुंआ नजर आने लगा। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ट्वीट कर कहा कि भारतीय दूतावास के कर्मचारी सुरक्षित हैं।
नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि दूतावास की इमारत में खिड़कियों को कुछ नुकसान जरूर पहुंचा है। अभी यह साफ नहीं है कि इस विस्फोट का निशाना कौन था।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने स्थानीय पजवक न्यूज एजेंसी को बताया कि यह विस्फोट जर्मनी दूतावास और विदेशी बलों के शिविर के समीप हुआ। एजेंसी ने एक अन्य सूत्र के हवाले से कहा कि विस्फोट अफगानिस्तान की प्रमुख खुफिया एजेंसी के राष्ट्रीय सुरक्षा निदेशालय के कार्यालय के सामने हुआ।
इलाके में शवों और घायल लोगों को देखा जा सकता है। घटनास्थल पर कुछ महिलाएं विस्फोट में खोए रिश्तेदारों के लिए चीखती नजर आई। अभी तक किसी भी समूह ने विस्फोट की जिम्मेदारी नहीं ली है। देश में तालिबान के हमलों में तेजी आई है।