काबुल। अमेरिका में हुए 9/11 के आतंकी हमले की बरसी से कुछ ही मिनट पहले बुधवार को अफगानिस्तान की राजधानी काबुल स्थित अमेरिकी दूतावास के बाहर एक धमाका हुआ है। खबरों के अनुसार ये धमाका रॉकेट के जरिए किया गया है। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है।
खबरों के मुताबिक, काबुल में अमेरिकी दूतावास के पास बुधवार तड़के धमाका हुआ। हालांकि अभी तक किसी संगठन ने धमाके की जिम्मेदारी नहीं ली है। धमाके की जगह धुआं उठते देखा गया। बाद में करीब घंटेभर बाद अधिकारियों ने दूतावास परिसर को सुरक्षित घोषित करते हुए बताया कि इस विस्फोट में कोई भी हताहत नहीं हुआ है।
वहीं दूतावास के पास ही स्थित नाटो दफ्तर ने भी किसी के हताहत नहीं होने की बात की है। अफगानिस्तान में तालिबान के साथ शांति वार्ता रद्द करने के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के ऐलान के बाद यह पहला बड़ा हमला माना जा रहा है।
गौरतलब है कि 11 सितंबर 2001 को अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन के नेतृत्व में अमेरिका पर भीषण आतकंवादी हमला हुआ था। हमले में 2983 लोग मारे गए थे। इसके पीछे अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन का हाथ माना गया, जिसे बाद में अमेरिका ने मार दिया था।
हवाई हमले में 30 आतंकवादी ढेर : अफगानिस्तान के ख्वाजा बहावुद्दीन जिले के बाहरी इलाके में आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया सूचना के आधार पर यह हवाई हमला किया गया। हमले में लगभग 30 आतंकवादी मारे गए और इतनी ही संख्या में घायल भी हुए हैं। कार्रवाई में सेना के 3 वाहनों को भी नष्ट कर दिया गया, जिन्हें आतंकवादियों ने चुरा लिया था।
अफगानिस्तानी सेना की कोर 217 पामिर के अब्दुल खलील खलीली ने बताया कि ख्वाजा बहावुद्दीन जिले के बाहरी इलाके में आतंकवादियों के छिपे होने की खुफिया सूचना के आधार पर यह हवाई हमला किया गया। उन्होंने बताया कि खुफिया सूचना मिली थी कि छोटे हथियारों और रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से लैस कुछ आतंकवादी जिले के केंद्र में बड़ा आतंकवादी हमला करने की योजना बना रहे हैं।
गौरतलब है कि इस माह की शुरुआत से ही ताखर प्रांत में सुरक्षाबलों और आतंकवादियों के बीच भीषण संघर्ष जारी है।