बेरूत। एक निगरानी समूह ने दावा किया है कि सीरिया में पूर्वी शहर दीर एजोर के पास सरकार के कब्जे वाले हिस्से में अज्ञात विमान से किए गए हमले में कम से कम 22 लोगों की मौत हो गई।
एक स्थानीय अधिकारी और सीरिया के सरकारी टेलीविजन ने इस्लामिक स्टेट समूह से लड़ रहे अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन पर हवाई हमले करने का आरोप लगाया और मरने वालों की संख्या 14 तथा घायलों की संख्या 30 बताई है। यह आंकड़ा निगरानी समूह द्वारा दिए गए आंकड़े से कम है।
ब्रिटेन की ‘सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स’ ने कहा कि शहर पर आईएस का कब्जा है लेकिन हमला सरकार के कब्जे वाले निकटवर्ती इलाके में हुआ है। ऐसा प्रतीत होता है कि ऐसा भूलवश हुआ है।
लड़ाई की निगरानी करने वाले समूह ने बताया कि निकटवर्ती अल-कुसूर में हुए इस हमले में 22 नागरिक मारे गए हैं। शहर में मौजूद सरकार के एक सूत्र ने नाम उजागर ने करने की शर्त पर बात करते हुए, हमले के लिए अमेरिकी नेतृत्व वाले गठबंधन को जिम्मेदार ठहराया।
सूत्र ने कहा, ‘दीर एजोर शहर के पास अल-कुसूर में गठबंधन बलों के विमानों से किए हवाई हमलों में 14 नागरिक मारे गए और 30 से अधिक लोग घायल हो गए।’ उन्होंने कहा कि हमले में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ सकता है क्योंकि घायलों की हालत गंभीर है।
गठबंधन बलों ने हमले पर अभी तक अपनी कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र से मिली एक खबर में कहा गया है कि सीरिया में कथित तौर पर रासायनिक हथियारों से किए गए हमलों की अंतरराष्ट्रीय जांच आगे बढ़ाई जाए या नहीं, इस मुद्दे पर सुरक्षा परिषद में आज मतदान होगा।
बहरहाल, इस कदम पर रूस अपने वीटो अधिकार का उपयोग कर सकता है। रूस सीरिया का सहयोगी है।
अमेरिका ने पिछले सप्ताह पेश किए गए अपने मसौदा संकल्प पर मतदान का अनुरोध किया है। इस संकल्प से संयुक्त ‘यूएन-ऑर्गनाइजेशन फॉर द प्रोहिबिशन ऑफ कैमिकल वेपन्स’ (ओपीसीडब्लू) पैनल को सीरिया में जांच एक साल तक और जारी रखने की अनुमति मिलेगी। यह पैनल जांच कर रहा है कि सीरिया में पिछले छह साल से जारी युद्ध के दौरान कथित तौर पर जहरीली गैस से किए गए हमलों के पीछे किसका हाथ था। (वार्ता)