बर्लिन। अंतरराष्ट्रीय वैज्ञानिकों के एक दल ने एक व्यक्ति का 23 हजार साल पुराना जीनोम डेटा बरामद किया है। माना जा रहा है कि यह व्यक्ति आखिरी हिमयुग के चरम पर संभवत: यूरोप के सबसे गर्म स्थान पर रहता था।
अनुसंधानकर्ताओं के मुताबिक, सबसे पुराना मानव जीनोम दक्षिण स्पेन के कुएवा डेल मलालमुएर्जो से बरामद हुआ है। इसके अलावा, देश के कुएवा डी अर्डेल्स सहित अन्य स्थानों से प्राचीन किसानों का 7 हजार से 5 हजार साल पुराना जीनोम मिला है। वैज्ञानिकों ने दक्षिण स्पेन के आंदालुसिया में स्थित कई पुरातात्विक स्थलों से बरामद प्राचीन मानव डीएनए का विश्लेषण किया है।
उन्होंने कहा कि स्पेन के दक्षिणी हिस्से से बरामद सबसे पुराना मानव जीनोम यूरोप के अनुवांशिक इतिहास में रहस्य की एक और कड़ी जोड़ता है।
दरअसल, किसी जीव की मौत के बाद उसका डीएनए अनुकूल जलवायु परिस्थितियों में केवल निर्धारित अवधि के लिए सुरक्षित रहता है। गर्म और शुष्क जलवायु में प्राचीन अवशेषों से डीएनए अलग करना वैज्ञानिकों के लिए बड़ी चुनौती है।
आंदालुसिया में जलवायु परिस्थितियां उत्तरी अफ्रीका के समान हैं। हालांकि, उत्तर अफ्रीकी देश मोरक्को की एक गुफा से मनुष्य का 14,000 साल पुराना डीएनए सफलतापूर्वक बरामद किया गया था।
वैज्ञानिकों ने कहा कि शोधकर्ता अब आखिरी हिम युग के दौरान जिब्राल्टर के जलडमरूमध्य में हिम युग आबादी के शरण लेने के लिए दक्षिणी इबेरियन प्रायद्वीप के चयन की वजह और अलग-अलग समुदायों के बीच संपर्क बिंदुओं का पता लगा सकते हैं, जब समुद्र का स्तर आज की तुलना में बहुत कम था।
मध्य और दक्षिणी यूरोप के लोगों का आनुवंशिक वंश, जो अंतिम हिम युग यानी आज से 24,000 से 18,000 साल पहले अस्तित्व में थे, उन लोगों से अलग है, जो यूरोप में बाद में बसे। हालांकि, उस महत्वपूर्ण अवधि के जीनोम डेटा के अभाव के कारण अब तक पश्चिमी यूरोप की स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई थी।
कुएवा डेल मलालमुएर्जो से बरामद मानव जीनोम का 23 हजार साल पुराना अवशेष अंतत: उस समय का डेटा उपलब्ध कराता है, जब यूरोप का बड़ा हिस्सा बर्फ की बड़ी चट्टानों से ढंका हुआ था। (भाषा)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala