इस्लामाबाद। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (Pakistan Occupied Kashmir) में मंगलवार को शांतिपूर्ण रैली निकाल रहे लोगों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया। इसमें 2 नागरिकों की मौत हो गई जबकि 80 से ज्यादा घायल हो गए।
POK में इस रैली को स्वतंत्र राजनीतिक पार्टियों के संगठन ऑल इंडीपेंडेंट पार्टीज अलायंस (AIPA) ने किया था। इसका उद्देश्य पीओके के लोगों की आजादी की मांग करना था।
22 अक्टूबर 1947 को पाकिस्तानी सेना ने जम्मू-कश्मीर के इस इलाके में जबरन घुसकर कब्जा कर लिया था। इस हमले की 72वीं वर्षगांठ पर लोगों ने बड़ी संख्या में सड़क पर उतरकर इस घटना के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। राजनीतिक पार्टियों ने इसे इतिहास का काला दिन बताया।
पत्रकारों पर भी बरसा कहर : POK के मुजफ्फराबाद (Muzaffarabad) में राजनीतिक दलों की रैली में लाठी बरसाने के बाद पुलिस ने यहां के प्रेस क्लब (Press club) में छापा मारा है। इस दौरान कई पत्रकार चोटिल हो गए। पत्रकारों ने पर आरोप लगाया कि उन्हें जान-बूझकर पीटा गया है और उनके कैमरे व अन्य उपकरणों को पुलिस ने तोड़ दिया गया।
जम्मू-कश्मीर पीपल्स नेशनल अलाइंस (JKPNA) की पत्रकार वार्ता चल रही थी। मुजफ्फराबाद में एक दिन में यह दूसरी घटना है जिसमें पाकिस्तान पुलिस का बर्बर चेहरा देखने को मिला है। प्रेस वार्ता में जेकेपीएनए ने गुरुवार को लंदन में पाकिस्तानी हाई कमीशन के गेट के सामने धरना देने की धमकी दी थी।
(Photo courtesy Twitter)