Protest against Patwari recruitment in Indore: पटवारी भर्ती में धांधली के आरोपों के बीच इंदौर में गुरुवार को बड़ी संख्या में छात्रों ने कलेक्टर ऑफिस पर प्रदर्शन किया। बड़ी संख्या में विद्यार्थी कतारबद्ध होकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। इस प्रदर्शन के चलते कई स्थानों पर ट्रैफिक को भी डायवर्ट किया गया। इससे लोगों को काफी परेशानी का सामना भी करना पड़ा।
उल्लेखनीय है कि भिंड के भाजपा विधायक संजीव सिंह के कॉलेज के सेंटर से 7 अभ्यर्थी पटवारी भर्ती में टॉपर थे। अर्थात 10 टॉपरों में से 7 इसी सेंटर से थे। दरअसल, परिणाम आने के कुछ दिन बाद से ही पटवारी परीक्षा विवाद में आ गई थी। विधायक का यह कॉलेज ग्वालियर में है।
इंदौर के प्रदर्शन को लेकर कांग्रेस ने ट्वीट किया कि इंदौर में छात्रों ने शिवराज के खिलाफ मोर्चा खोला। व्यापम घोटाले की तर्ज पर हुए पटवारी भर्ती घोटाले को लेकर इंदौर में छात्रों ने शिवराज सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। इस मामले की जांच की मांग को लेकर बड़ी संख्या में छात्र सड़क पर उतरे।
प्रदर्शनकारियों ने पटवारी भर्ती परीक्षा को व्यापमं घोटाला 3.0 करार देते हुए जमकर नारेबाजी की। उन्होंने मध्यप्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा आयोजित पटवारी भर्ती परीक्षा में कथित गड़बड़ियों की पुलिस के विशेष जांच दल (एसआईटी) या केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की मांग की। युवाओं के विरोध प्रदर्शन के मद्देनजर कलेक्टोरेट परिसर के आस-पास पर्याप्त तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया था और बैरिकेड लगाए गए थे।
प्रदर्शन में शामिल संगठन नेशनल एजुकेटेड यूथ यूनियन की राष्ट्रीय कोर कमेटी के सदस्य राधे जाट ने कहा कि पटवारी भर्ती घोटाले को लेकर राज्य के युवाओं में खासा आक्रोश है। हम चाहते हैं कि इस घोटाले की एसआईटी या सीबीआई से जांच कराई जाए।