Indore: शिवपुरी की छात्रा के फर्जी अपहरण का हुआ खुलासा, अपने दोस्त समेत इंदौर में मिली
छात्रा के फर्जी अपहरण का खुलासा
Girl student who pretended to be kidnapped found in Indore: विदेश यात्रा के वास्ते 30 लाख रुपए जुटाने की साजिश के तहत कोटा से खुद को अगवा किए जाने का कथित नाटक करने वाली 21 वर्षीय युवती (girl) और उसके दोस्त को पुलिस ने मंगलवार को इंदौर (Indore) में ढूंढ निकाला। ये दोनों पखवाड़े भर से गायब थे और मध्यप्रदेश व पड़ोसी राजस्थान की पुलिस उन्हें तलाश कर रही थी। मध्यप्रदेश पुलिस के एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
काव्या और हर्षित को ढूंढ निकाला : इंदौर की अपराध निरोधक शाखा के अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि हमने काव्या (21) और उसके हमउम्र दोस्त हर्षित को शहर में ढूंढ निकाला है। उन्होंने बताया कि काव्या और हर्षित ने शहर के देवगुराड़िया क्षेत्र के पास 2 दिन पहले ही किराए पर कमरा लिया था।
दंडोतिया ने बताया कि कोटा पुलिस जब दोनों की तलाश में इंदौर आई तो वे पंजाब के अमृतसर चले गए थे। उन्होंने बताया कि काव्या और उसके दोस्त के मिलने के बारे में कोटा पुलिस को सूचना दे दी गई है और मामले में आगामी कदम कोटा पुलिस उठाएगी।
माता-पिता को बेटी के हाथ-पैर बंधे होने की तस्वीर मिली थी : अधिकारियों ने बताया कि मध्यप्रदेश के शिवपुरी की निवासी काव्या के माता-पिता को 30 लाख रुपए की फिरौती की मांग के साथ अपनी बेटी के हाथ-पैर बंधे होने की तस्वीर मिली थी। इसके बाद काव्या के पिता रघुवीर धाकड़ ने 18 मार्च को कोटा पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी का अपहरण कर लिया गया है।
अपहरण की कहानी फर्जी पाई गई : अधिकारियों के मुताबिक कोटा पुलिस ने काव्या के कथित अपहरण को लेकर मामला दर्ज किया था, लेकिन जांच में अपहरण की कहानी फर्जी पाई गई थी। उन्होंने जांच के हवाले से बताया कि काव्या और उसका मित्र हर्षित विदेश जाना चाहते थे लेकिन उनके पास पर्याप्त रकम नहीं थी इसलिए उन्होंने फिरौती के लिए अपहरण की झूठी कहानी गढ़ी।
सीसीटीवी फुटेज से इंदौर का सुराग मिला : पुलिस के अनुसार अपहरण की कहानी गढ़े जाने के दौरान काव्या अपने माता-पिता को तस्वीरें और संदेश भेजकर विश्वास दिला रही थी कि वह कोटा में है जबकि कुछ सीसीटीवी फुटेज से सुराग मिला कि इस घटनाक्रम के दौरान युवती अपने दोस्त के साथ इंदौर में थी।
2 पुरुष मित्रों के साथ रह रही थी : राजस्थान पुलिस के मुताबिक काव्या की मां उसे पिछले साल कोटा के एक छात्रावास में पढ़ने के लिए छोड़कर गई थी, लेकिन वह महज 3 दिन कोटा में रही थी। पुलिस का दावा है कि कोटा में अपनी मां द्वारा छात्रावास में छोड़े जाने के बाद काव्या इंदौर चली गई थी और मध्यप्रदेश के इस शहर में अपने 2 पुरुष मित्रों के साथ रह रही थी।(भाषा)
Edited by: Ravindra Gupta