क्या आपको पता है राजस्थान में कौन सी डिश कल्चर से जुडी है और लगभग हर किसी को पसंद है। आज आप जानेंगे न सिर्फ राजस्थान की बल्कि भारत के कई राज्यों की बेहतरीन डिशेज जो वहां कल्चर का हिस्सा भी हैं और टूरिस्टों को एक बार तो ट्राय करने के लिए कहा ही जाता है।
1. राजस्थान
दाल बाटी और चूरमा : घी का ज्यादा इस्तेमाल होकर यह डिश तैयार होती है। राजस्थान के कल्चर जितनी ही रिच यह टेस्ट में होती है। बॉल जैसे आकार की गेहूं के आटे की गोलियां आंच पर पकाई जाती हैं। तड़का लगी दाल के साथ इन्हें खाया जाता है। साथ में इन्हीं गोलियां से बना चूरमा डिश को चार चांद लगता है।
2. उत्तर प्रदेश
आलू, मैथी, पालक, प्याज, पनीर, गोभी और मूली के पराठे : इसे पराठे पसंद करने वाला राज्य कहा जाए तो गलत नहीं। यहाँ की ख़ास डिश की बात हो तो तरह तरह के पराठे आपको बढ़िया लगेंगे जिनका स्वाद लाजवाब है और देखने में भी बेहतरीन हैं।
3. मध्य प्रदेश
दाल बाफला : मध्य प्रदेश राजस्थान के जितने करीब है उतनी ही समानता यहां के खान पान में नजर आ जाती है। थोड़े से टिवस्ट के साथ समझ लीजिए दाल बाटी ही मध्य प्रदेश के लोगों को पसंद आती है। यहाँ का दाल बाफला बहुत कुछ दाल बाटी जैसा है लेकिन इसका टेस्ट गजब है और आपने चाहे जितनी दाल बाटी खाई हो, दाल बाफले खाना बिलकुल न भूलें।
4. उत्तराखंड
मंडुआ की रोटी और फ़ानु : पहाड़ी इलाके के इस राज्य में खानपान कुछ अलग सा है। यहां पर एक खास डिश लोगों को पसंद है। इसे साधारण भाषा में दाल रोटी कह सकते हैं लेकिन टेस्ट बेहद अलग है। यहां पाए जाने वाले खास आटे से यह रोटी बनती है। फ़ानु दाल से बनी ख़ास डिश है। इस कॉम्बीनेशन को खाकर जरूर देखिए।
5. बंगाल
झिंगे आलू पोश्तो : इसमें गिलकी या तुरई के इस्तेमाल से डिश तैयार की जाती है। आलू और खसखस के दानों को मिलाकर यह डिश तैयार होती है। इसे चावल या रोटी के साथ खाते हैं। इसमें सरसों के तेल का ख़ास इस्तेमाल होता है और टेस्ट लाजवाब है।
अगले पेज पर इन डिशों के नाम से आता है आंध्रा, कश्मीर, कर्नाटक, तमिलनाडु और बिहार के लोगों के मुंह में पानी ...
आंध्रा, कश्मीर, कर्नाटक, तमिलनाडु और बिहार के लोगों की पसंदीदा डिशें
6. आंध्र प्रदेश
पेसरतु या हरा डोसा : यह डोसा हरा होता है। बहुत ही स्वादिष्ट इस रेसिपी में हरी मूंग की दाल का इस्तेमाल किया जाता है। हेल्थ में बेस्ट यह डिश आमतौर पर तेलुगु कल्चर वाले घरों में नाश्ते में ली जाती है। इसमें चावल का भी इस्तेमाल किया जाता है। आन्ध्र प्रदेश का जिक्र हो और हैदराबादी बिरयानी को भूला दिया जाए तो पछताएंगे। गजब की डिश है, इसका एक एक निवाला रॉयल ट्रीट देता है।
7. जम्मू एंड कश्मीर
दम आलू : कश्मीर में अधिकतर पसंदीदा डिश मांसाहारी होती हैं उनमें से वेजेटेरियन लोगों के लिए स्वाद का खजाना है कश्मीरी दम आलू। दम ओलाव या दम आलू में दही, अदरक, मैथी और अन्य गर्म तासीर वाले मसाले इस्तेमाल होते हैं। इसकी सुगंध दूर तक फैलती है। इसे रोटी या नान के साथ बड़े चाव से खाया जाता है।
8. कर्नाटक
मैसूर मसाला डोसा : मैसूर मसाला डोसा डोसे का ही एक रूप है। इसके साथ चटनी परोसी जाती है और ऊपर एक पेस्ट लगाया जाता है। खस्ता डोसे के साथ लाल चटनी और उबले आलू बढ़िया टेस्ट देते हैं। सांभर और नारियल चटनी के साथ यह टेस्टी बन जाता है।
9. तमिलनाडु
उत्तपम : उत्तपम डोसे की तरह लेकिन उससे अलग होता है। इसमें उड़द दाल और चावल को पीसकर घोल तैयार किया जाता है। यह थोड़ा मोटा होता है और पिज्जा जैसा नजर आता है। इस पर टॉपिंग्स भी इस्तेमाल होती हैं जिसमें प्याज, टमाटर या शिमला मिर्च टेस्टी लगती हैं। नारियल चटनी, साम्भर इसके साथ परोसे जाते हैं।
10. बिहार
लिट्टी चोखा : दाल बाटी का स्वाद जुबान पर चढ़ गया हो तो एक और वैरियंट के लिए तैयार हो जाएं। बिहार में इस डिश के साथ मेहमाननवाजी की जाती है। घी के इस्तेमाल के साथ गेंहू के आटे की गोलियां इस डिश में भी कॉमन है लेकिन दाल आपको यहाँ नहीं मिलेगी। इसके बदले आपको मिलेगा चोखा जो तैयार होता है उबले आलू, बैंगन, टमाटर को मैश करके। जिनमें मिलाए जाते हैं मसाले, प्याज और लहसुन।
अगले पेज पर डिश जो हैं गोवा, छत्तीसगढ, गुजरात, हरियाणा और पंजाब की शान ...
ये व्यंजन हैं गोवा, छत्तीसगढ, गुजरात, हरियाणा और पंजाब की शान ...
11 . छत्तीसगढ़
चीला : छत्तीसगढ़ का खाना बहुत कुछ अन्य हिंदी भाषी प्रदेशों के सामान है। यहां की फेमस डिश चीला आमतौर पर देश के अन्य राज्यों में भी चाहे जब खाई जाती है। चपाती के सामान दिखने वाला छत्तीसगढ़ी चीला चावल और उड़द की दाल से बनाता है। नाश्ते के रूप में लिया जाने वाला चीला हरी चटनी के साथ परोसा जाता है।
12. गोवा
फोनना कढ़ी : सिर्फ लुक से शायद आप न समझ सकें कि यह आपकी रेग्यूलर कढ़ी से बहुत अलग है क्योंकि इसमें होता है कोकोनट मिल्क (नारियल का दूध) और कोकम फल का इस्तेमाल। आपने इसे टेस्ट करना का मन तो बना ही लिया होगा।
13. गुजरात
थेपला : गुजरात को कोई भी मौक़ा हो थेपला खुशियां और स्वाद बढ़ने का काम बखूबी करता है। चने के आटे, गेहूं के आटे, ताजी मैथी और मसलों से थेपला बनता है। ताजे दही, अचार और छंदो के साथ थेपला खाया जाता है। कभी कभी थेपले पालक, मूली के उपयोग से भी बना लिए जाते हैं।
14. हरियाणा
राजमा चावल : नाम ही काफी है अगर किसी बात पर लागू हो सकता है तो वो है राजमा चावल। हरियाणा की यह डिश कहाँ पसंद नहीं की जाती! भारत का कोई भी स्टेट हो राजमा चावल के दीवाने हर जगह हैं। गर्म चावल और राजमा की यह डिश स्वाद में लाजवाब है। कई लोग राजमा को रोटी के साथ खाना अभी पसंद करते हैं।
15. पंजाब
मक्के की रोटी और सरसों का साग : पालक, मक्का और सरसों के साथ मिलकर बनती है ये टेस्टी डिश। सारे देश में पंजाब की ये डिश पसंद की जाती है। ताजी भाजियों को पीसकर ये डिश तैयार होती है और साथ में खाई जाती है मक्के की घी लगी रोटी। पंजाब की अन्य ख़ास डिश में छोले भटूरे भी उतने ही पसंद किए जाते हैं जितनी की मक्की की रोटी और सरसों का साग।
अगले पेज पर हिमाचल, केरल, महाराष्ट्र और उडीसा का स्वाद
16. हिमाचल प्रदेश
धाम : यह कोई एक डिश न होकर कई स्वादिष्ट डिश को मिलकर खाई जाती है। इसमें दाल, राजमा, चावल, दही, बूर की कढ़ी और गुड को एक थाली में सजाकर धाम तैयार होता है। इसे त्योहारों का हिस्सा हमेशा बनाया जाता है। इसे चखने के लिए आप हिमाचल फेस्टिवल के दौर में पहुंचे।
17. केरल
मालाबार बिरयानी : बिरयानी किसी न किसी रूप में भारत के हर राज्य में पसंद की जाती है। मालाबार बिरयानी में बहुत ज्यादा मसालों का इस्तेमाल होता है। चिकन और बासमती चावल को बहुत देर तक पकाते हैं। इसे केरल के लोग उबले अंडे या सालसा या अचार के साथ खाना पसंद करते हैं।
18. महाराष्ट्र
पावभाजी : यूं तो महाराष्ट्र के फ़ूड कल्चर को अन्य राज्यों की तरह किसी एक डिश के साथ जाहिर नहीं किया जा सकता फिर भी यहां की पावभाजी बहुत पसंद की जाने वाला व्यंजन है। ताजे पाव को मक्खन में सेंककर कई तरह की सब्जियों को मैश कर बनाई गयी भाजी के साथ लगभग सारे भारत में लोग चाव से कहते हैं।
19. उड़ीसा
पखाला भाता : यह उड़ीसा में आमतौर पर गर्मियों की दोपहर में लंच के तौर पर खाई जाने वाली डिश है। इसे पके हुए चावल को पानी और खट्टे दही में गलाकर बनाया जाता है। इसके साथ आलू, तली हुए मछली, पापड और बादी चूरा मिलाया जाता है। यह पेट में गर्मी को शांत करने का बढ़िया नुस्खा है। 20 मार्च को यूनिवर्सल पखाला डे मनाया जाता है।