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हरिकृष्ण शर्मा
भारत-पाक बँटवारे के समय जो दोनों मुल्कों को दर्द झेलना पड़ा था, उसको तो भुलाया ही नहीं जा सकता, उस दिन दोनों देश आज़ाद तो हो गए पर दोनों मुल्कों में नफरत का पौधा ऐसा बढ़ना-फूलना शुरू हुआ कि उस समय से उन ज़ख्मों पर मरहम लगाने और दोनों देशों में आपसी नफरत खत्म करने के लिए समागम, शांति वार्ता होती रही है पर दोनों मुल्कों में यह नफ़रत का बीज नष्ट नहीं हो सका है।
एक तरफ यहाँ दोनों कश्मीरों के मुद्दे पर भारत और पाक के राजनीतिज्ञ ध्यान नहीं दे रहे हैं और दोनों तरफ के स्थानीय कश्मीरी नेता अपनी-अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेंकने में लगे हुए हैं और आज आज़ादी के 61 साल बाद भी कश्मीर जल रहा है क्योंकि इसी में ही राजनीतिकों का हित है।
आज़ादी दिवस पर भी हम निराशा के आलम में और आतंकवाद का मुकाबला करते हूए इसे मनाने की तैयारियों में लगे हुए हैं, वहीं दूसरी तरफ हिन्द-पाक दोस्ती मंच और पंजाब, पाकिस्तान के प्रसिद्ध गायक दोनों देशों को एक मंच पर लाकर आपसी रिश्तों को मज़बूत करने और दिलों में भरी नफरत को प्यार में बदलने के लिए जुटे हुए हैं और आज़ादी दिवस की 14-15 अगस्त की आधी रात को वाघा बॉर्डर पर दोनों पंजाबों चढ़ते पंजाब (भारत) और लहंदा पंजाब (पाकिस्तानी) में रात को संगीत गूँजेगा।
हिन्द-पाक दोस्ती मंच के महासचिव सतनामसिंह मानक ने फोन पर बातचीत करते हुए बताया है कि यह हर साल दोनों देशों को दोस्ती का संदेश देने के पाक दोस्ती मेला लगता है और 13वें पाक दोस्ती मेले के दौरान इस 14-15 अगस्त को पहली बार रात को पाकिस्तान की ओर से सीमा पर मोमबत्तियाँ जलाकर आपसी मित्रता को मज़बूत करने के लिए संदेश दिया जाएगा। इस मौके पर चढ़ते पंजाब में अटारी की दाना मंडी और सीमा पार पाकिस्तान की तरफ सटे मुख्य गेट के नज़दीक सभ्याचारक कार्यक्रम पेश किया जाएगा।
इसके अलावा 15 अगस्त 1947 पर आधारित नाटक 'यात्रा 1947' को शिरोमणि नाटककार केवल धालीवाल की अगुवाई में 13 तारीख को लाहौर के लहमरा थिएटर में रंगमंच अमृतसर के कलाकारों की तरफ से प्रस्तृत किया गया।
इस पावन पर्व पर पाकिस्तान के विदेश मंत्री कुरैशी, सूचना प्रसारण मंत्री शैरी रहमान और लहते पंजाब के मुख्यमंत्री सहबाज़ शरीफ शामिल होंगे और चढ़ते पंजाब के गायक हंसराज हंस और अन्य कलाकार पाकिस्तान की तरफ से समाँ बाँधेंगे, जबकि उधर होने वाले समागम में शामिल होने के लिए ए.आर. शाहीन की अगुवाई में संसद मैंबर का बफद जाएगा।
भारत-पाक सबंधों के बारे में 13 अगस्त को शाम को अमृतसर में समागम हुआ, जिसमें पाकिस्तान से भी एक दल शामिल हुआ। 14 अगस्त की रात को अटारी सीमा पर होने वाले सांस्कृतिक प्रोग्राम में पाकिस्तान में कलाकार जनाब आमर अली और जफर अला लोक आएँगे और भारतीय गायक हरभजन मान, लखविंदर वडाली, शायदा बेगम और बलराज के साथ गायक यहाँ अपने गीतों के साथ रंग बिखेरा।
इस मौके पर प्रसिद्ध पत्रकार कुलदीप नैयर, नवजोतसिंह सिद्धू के अलावा और हस्तियाँ मौजूद होंगी। इसके साथ ही यहाँ आज़ादी दिवस पर दोनों मुल्कों के रिश्तों को मज़बूत होने में सहयोग मिलेगा, वहीं दोनों चढ़ते और लहंदे पंजाब की सीमाओं पर भारतीय और पाकिस्तानी कलाकारों की तरफ से रंग बिखेरकर दोनों देशों में मिलाप करने का संदेश जाएगा। आखिर ये दोनों देशों के कलाकारों और हिन्द-पाक दोस्ती मंच की तरफ से दोनों देशों को दिए जाने वाले प्यार के संदेश को दोनों देश के नेता समझें और भारत-पाक संबंधों को मज़बूत करें।